अलीगढ़ के रास्ते सासनी पहुंचा टिड्डी दल
फसल के दुश्मनों के खिलाफ अलीगढ़ व अन्य जनपदों की सीमा पर तगड़ी मोर्चाबंदी खतरे में खेती ढोल कनस्तर बर्तन बजाकर टिड्डी दल को भगाने में जुटे किसान कृषि विभाग के कर्मचारियों ने डाला डेरा किसानों को कर रहे जागरूक
संवाद सहयोगी, हाथरस : टिड्डी दल रविवार शाम अलीगढ़ के रास्ते सासनी क्षेत्र में प्रवेश कर गया। टिड्डी दल से बचने के लिए जनपद की सभी 64 न्याय पंचायतों में कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी गई है। अलीगढ़ व कासगंज की सीमा पर अधिकारियों की टीम ने डेरा डाल रखा है। इन्हें खेतों में न रुकने देने के लिए ढोल, कनस्तर आदि बजाकर शोर करने के लिए जागरूक किया जा रहा है।
रविवार को जनपद में सासनी के देदामई में शाम पांच बजे के करीब टिड्डी दल ने हमला किया। करीब एक घंटे बाद क्षेत्र के ग्राम विघैपुर, नगला संतोषी, लहरोला, जरौली, जसराना, सठिया, खोजनपुर, दिनावली, नहलोई, भीम नगरिया आदि ग्रामों में टिड्डियों को लोग कनस्तर, टीन आदि बजाकर भगाने में लगे हुए थे। इसे लेकर जिला कृषि रक्षा अधिकारी यतेंद्र सिंह अपनी टीम के साथ वहां मौके पर पहुंच गए।
जिलाधिकारी के निर्देश पर कृषि व तहसील विभाग के अधिकारी व कर्मचारी शनिवार रात से ही ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर टिड्डी दल को भगाने के लिए किसानों को जागरूक कर रहे थे। तैनात किए कर्मचारी : टिड्डियों को लेकर जनपद में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। जनपद के सातों विकास खंडों के सभी 64 न्याय पंचायतों में कर्मचारियों की तैनाती कर दी गई है। यह कर्मचारी सर्विलांस करते हुए टिड्डी के भ्रमण व उनके रात्रि विश्राम आदि की जानकारी अधिकारियों को देंगे। टिड्डियों को भगाएंगी दमकलें
टिड्डी दल को भगाने के लिए जनपद में सभी आवश्यक इंतजाम किए गए हैं। न्यापंचायत स्तर पर सभी कर्मचारी ट्रैक्टर, माउंटेड पावर स्पेयर, नगर निकाय के पानी भरे टैंकर, छिड़काव हेतु दवा आदि भी उपलब्ध कराएंगे। जरूरत पड़ने पर दमकलों का भी सहारा लिया जाएगा। मुस्तैद हुआ कृषि विभाग
संसू, सिकंदराराऊ : कृषि विभाग के के डिप्टी डायरेक्टर एचएन सिंह, प्रभारी एसडीओ सुधीर कुमार शर्मा, चित्रवीर सिंह, जितेंद्र कुमार शर्मा, श्री निवास पचौरी, सत्य नारायण पाठक आदि ने मोर्चा संभाल लिया है। एसडीओ के अनुसार खतरा अभी बना हुआ है। किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें
संसू, सादाबाद : टिड्डी दल की आहट भर से किसानों के माथे पर चिता की लकीरें दिखने लगी हैं। रविवार को वीडियो वायरल होने के बाद क्षेत्र के कई गांव में टिड्डी दल के आने की आशंका से अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। किसानों ने खेतों पर टिड्डी दल को भगाने की पूरी तैयारी कर ली है। दस वर्ष पहले चौपट की थी फसल
संसू, सादाबाद : टिड्डी दल आने की यह पहली घटना नहीं है, इससे पहले 10 वर्ष पूर्व बिसावर क्षेत्र में टिड्डी दल ने डेरा डाल दिया था। उस समय कृषि विभाग तथा किसानों पर संसाधन न होने से वहां की पूरी फसल टिड्डियों ने चट कर दी थी।
प्रति हेक्टेयर में इन दवाओं के छिड़काव से मिलेगी राहत
दवा या कीटनाशक, मात्रा
क्लोरोपॉयरीफॉस 20 ईसी, 1200 एमएल
डेल्टामेथ्रिन 2.8 ईसी, 600 एमएल
लेम्डासईहेलोथ्रिन 5 ईसी, 400 एमएल
डाईफ्लूबिनज्यूरान 25 डब्लूपी, 600 एमएल
इनका कहना है
टिड्डी दल खड़ी फसलों का चट कर जाते हैं। इससे किसानों को काफी नुकसान होता है। इसीलिए टिड्डियों को लेकर विशेष सतर्कता बरतते हुए खेतों पर ही विश्राम किया जा रहा है।
-शीलेंद्र कुमार, किसान सहपऊ सासनी में टिड्डियों के प्रवेश के बाद खेतों पर ही फसलों की निगरानी की जा रही है। उन्हें भगाने के लिए खेतों पर धुआं करने के साथ कनस्तर आदि भी बजाने को रख लिए हैं।
-सतीश पाठक किसान सासनी सासनी के देदामई क्षेत्र में टिड्डी दल ने हमला कर दिया है। इसे लेकर जनपद के सभी ब्लॉक क्षेत्र में तैनात अधिकारी व कर्मचारी अलर्ट हो गए हैं। टिड्डियों को किसी भी दशा में जनपद में रुकने नहीं दिया जाएगा।
-यतेंद्र सिंह, जिला कृषि रक्षा अधिकारी