परिवार की नैया के खेवनहार बने खुशबू व तेजवीर
मजबूरी - पढ़ाई छोड़ बचे मजदूरी कर करा रहे पिता का इलाज - 4 वर्ष पूर्व दुर्घटना में रीढ़ की हड्डी हुई क्षतिग्रस्त
संवाद सूत्र,हाथरस : आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति यदि दुर्घटना का शिकार हो जाता है तो सरकारी तंत्र भी उसका साथ नहीं देता, जिसके चलते वह अपनी मौत की उम्मीद करता है। 4 वर्ष से चारपाई पर पड़ा मजदूर दुर्घटना में रीढ़ की हड्डी टूटने के कारण इलाज के लिए तरस रहा है, उसके बच्चों द्वारा मजदूरी करके इलाज कराया जा रहा है लेकिन आज तक इस गरीब मजदूर की तरफ किसी भी जनप्रतिनिधि से लेकर समाजसेवी ने नहीं देखा।
बिसावर निवासी दलित थान सिंह (40) पुत्र तोताराम सिंह चार वर्ष पूर्व एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए थे, दुर्घटना में उनकी रीढ़ की हड्डी टूट गयी, पैसे के अभाव में उनका इलाज नहीं हो सका और वह चार वर्ष से चारपाई पर अपनी जिदगी गुजार रहे हैं। थान सिंह के दो बच्चे खुशबू (10)और तेजवीर (8) पढ़ाई छोड़कर घुंघरू बनाने के काम में जुट गए और पिता का इलाज व परिवार की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली। पत्नी ममता घायल पति की देखभाल के साथ बच्चों का भी ख्याल रखती है। रहने के लिए घर में टीन शेड डली हुई है। सरकारी सुविधाओं से महरूम इस परिवार की हालत इतनी दयनीय हो गई है यदि बच्चे एक दिन मजदूरी पर न जाएं तो दवा और खाना दोनों नसीब नहीं होता।
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भाजपा नेता ने की मदद
परिवार की दयनीय हालत की जानकारी पर भाजपा नेता जगवेंद्र चौधरी मदद को आगे आए और परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिलाया है। दो महीने की राशन की व्यवस्था की है। इस संबंध में सांसद से मिलकर मदद मुहैया कराने का भी आश्वासन दिया है।