पति भी रखते हैं पत्नियों के साथ निर्जल व्रत
करवाचौथ पर विशेष बेसिक विभाग के दो जोड़े पत्नी के साथ व्रत और पूजा में बनते हैं सहभागी अनूठा प्रेम -दोनों ही जोड़े नौकरी के साथ-साथ अपने दांपत्य जीवन में काफी खुश -पत्नी पति की दीर्घायु की कामना कर रही तो पति उनकी तरक्की की प्रार्थना करते हैं
संवाद सहयोगी, हाथरस :
करवाचौथ पर सुहागिनें चांद दिखने तक निर्जल व्रत रखकर पति की दीर्घायु की कामना करती हैं मगर बेसिक शिक्षा विभाग में दो लोग ऐसे हैं जो पिछले कई साल से पत्नियों के साथ निर्जल व्रत रखकर करवाचौथ मनाते हैं। दोनों ही जोड़े नौकरी के साथ-साथ अपने दांपत्य जीवन में काफी खुश है।
नवीपुर में रहने वाले सहायक अध्यापक जीतेंद्र शर्मा की तैनाती उच्च प्राइमरी स्कूल कोटा, मुरसान में है। सहायक अध्यापक की शादी 29 नवंबर 2008 को सरिता शर्मा के साथ हुई। वर्तमान में उनके दो बच्चे हैं। बड़ी बेटी और छोटा बेटा। शादी के बाद 2009 से लेकर लगातार वे करवाचौथ पर शिक्षिका पद पर तैनात पत्नी की तरक्की के लिए व्रत रखते हैं। शिक्षक दंपती एक दूसरे के लिये करवाचौथ का व्रत रखते हैं। जितेंद्र शर्मा का मानना है जब महिलाएं पति की दीर्घायु हेतु व्रत रखती हैं तो पतियों को भी पत्नियों की लंबी उम्र हेतु व्रत रखना चाहिए। व्रत रहने से दोनों एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करते हैं और एक दूसरे के बीच प्रेम युवा बना रहता है। व्रत के करने से बच्चों को अपने माता पिता से प्रेम और एक दूसरे का आदर का भाव उत्पन्न होता है।
सासनी ब्लाक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय जसराना में तैनात शिक्षक विष्णु राजपूत अपने दांपत्य जीवन में काफी खुश हैं। वर्ष 2005 में शादी लक्ष्मी राजपूत के साथ हुई। शादी के बाद से ही वे लगातार करवाचौथ पर अपनी पत्नी के साथ निर्जल व्रत रहते हैं। शादी के बाद उन्होंने अपनी पत्नी को बीएड कराया। वर्ष 2015 में पत्नी की सहायक अध्यापिका के पद पर पूर्व माध्यमिक विद्यालय हरिप्यारी देवी में तैनाती हुई। इन दोनों जोड़ों की एक दूसरे के प्रति समर्पण भाव की मिसाल बेसिक शिक्षा विभाग में दी जाती है।