रजबहा में अचानक पानी आने से फसल जलमग्न
एसडीएम ने शिकायत के आधार पर सिचाई विभाग को पानी रोकने के दिए निर्देश किसानों ने मांगा मुआवजा।
संसू, हाथरस : सासनी वर्षों से बंद पड़े रजबहा में अचानक पानी छोड़ने से किसानों की सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न हो गई। पीड़ित किसानों ने मंगलवार को इस घटना की शिकायत एसडीएम से की। एसडीएम ने सिचाई विभाग के अधिशासी अभियंता को तत्काल पानी बंद करने के निर्देश दिए, तब पानी रुका। दरअसल, करीब 25 वर्ष पूर्व क्षेत्र में रजबहा की खोदाई हुई थी, जिसे लहौर्रा बंबा के नाम से जाना जाता है। हांलाकि यह बंबा गांव अजरोई के निकट गंदे नाले में जाकर मिला है। वर्तमान में इगलास रोड तक खोदाई होने के बाद आगे खोदाई नहीं हुई है। किसानों ने लहौर्रा के बाद आगे इगलास रोड तक इस बंबे को खेतों में मिला लिया है। इससे पूर्व भी इस बंबे में अचानक पानी छोड़ा गया था। वर्तमान में भी इस बंबे में अचानक पानी छोड़ दिया गया, जिससे लहौर्रा के बाद खेतों में जलभराव हो गया है। खेतों में खड़ी किसानों की फसल बर्बाद हो गई है। एसडीएम विजय शर्मा का कहना है कि शिकायत प्राप्त हुई है, जिसके आधार पर सिचाई विभाग के अधिशासी अभियंता को पानी रोकने के निर्देश दिए। जांच के बाद अग्रिम कार्यवाही की जाएगी। एक जमीन का दो बार बैनामा, मुकदमा दर्ज
संसू, हाथरस : नयावांस के एक युवक के साथ धोखाधड़ी हो गई। पीड़ित ने पांच लोगों के खिलाफ कोतवाली हाथरस गेट में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है। मूलचंद का आरोप है कि बीस अगस्त 2019 में उसने एक प्लाट खरीदा था, जोकि उपनिबन्धक कार्यालय में दर्ज है, जोकि खसरा संख्या 146 का अंश है। जिसका क्षेत्रफल 380 वर्गमीटर है। उसने यह प्लाट खातेदार प्रभूदयाल उर्फ पप्पू निवासी नयावांस से खरीदा था। बैनामा के समय नजरा नक्शा लगाया गया था, मगर पप्पू ने उसी प्लाट को अपने पुत्र आकाश कुमार के नाम बैनामा करा डाला। यह बैनामा पप्पू ने 23 मार्च 2021 को किया है। मूलचंद का आरोप है कि जब विरोध किया तो लोगों ने उसके साथ मारपीट की। जान से मारने की धमकी दी। हाथरस गेट पुलिस ने प्रभूदयाल, आकाश निवासी नयावांस, रोहितास मिश्रा निवासी वाटरवर्क्स कालोनी, प्रदीप कुमार निवासी खातीखाना और कातिब के खिलाफ दर्ज हुआ है।