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सीमित संसाधन से स्वच्छता में कैसे बनें नंबर वन

आवश्यकता के अनुरूप उपकरण व मशीनें नहीं सभी वार्डों में नहीं होता सफाई कार्य का निरीक्षण।

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Nov 2021 01:17 AM (IST)Updated: Wed, 24 Nov 2021 01:17 AM (IST)
सीमित संसाधन से स्वच्छता में कैसे बनें नंबर वन
सीमित संसाधन से स्वच्छता में कैसे बनें नंबर वन

संवाद सहयोगी, हाथरस : शहर को स्वच्छ रखने के लिए आवश्यक संसाधनों का होना बहुत जरूरी है। इनमें मानवीय व मशीनरी दोनों संसाधन बहुत मायने रखते हैं। सीमित संसाधनों के चलते ही अपेक्षा के अनुरूप शहर में स्वच्छता अभियान पूरी तरह से सफल नहीं हो पा रहा है।

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शहर में स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 में हाथरस नगर पालिका को 194वीं रैंक मिली है। पिछले तीन साल की रैंक के सापेक्ष कुछ सुधार हुआ है मगर शहर को स्वच्छ रखने के साथ बेहतर रैंकिंग के लिए इसे अन्य शहरों से भी बेहतर दिखाना है। इसके लिए सीमित संसाधनों से काम नहीं चलने वाला। संसाधनों में इजाफा करना होगा। नंबर वन की पोजीशन पर पहुंचने के लिए इसमें सफाई व्यवस्था में और सुधार की जरूरत है। चिह्नित किए जाएं गंदगी वाले इलाके

नगर पालिका की ओर से शहर में सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए किए जा रहे इंतजाम नाकाफी हैं। अधिक गंदगी वाले क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करना जरूरी है। यहां कराए जाने वाले सफाई कार्य का समय-समय पर निरीक्षण किया जाना चाहिए। बढ़ा क्षेत्र, पर नहीं बढ़े संसाधन

नगर पालिका की आबादी वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार करीब 1.40 लाख थी। उसी के अनुसार पालिका में संसाधन उपलब्ध रहे हैं। वर्ष 2019 में सीमा विस्तार होने के बाद इसमें 30 गांव और जुड़ने से आबादी करीब तीन लाख हो गई। आबादी के हिसाब से संसाधन नहीं होने पर ही शहर को स्वच्छ रखने में दिक्कतें आ रही हैं। नगर पालिका हाथरस में संसाधन

मशीनी संसाधन, उपलब्ध संख्या

ट्रैक्टर ट्राली, 16

टेंपो, 25

जेसीबी, 02

फागिग मशीन, 03

रिफ्यूज कांपेक्टर, 02

डंपर, 01

नाला क्लीनिग, 01

स्काई लिफ्ट, 01

मड पंप, 01

मानवीय संसाधन इस प्रकार हैं

मानवीय संसाधन, संख्या

नियमित सफाई कर्मी, 108

बैकलाग सफाई कर्मी, 38

संविदा सफाई कर्मी, 43

आउटसोर्स सफाई कर्मी, 350

सीएसआइ, 02

एसआई, 01

सुपरवाइजर, 27 इनका कहना है-

शहर में सफाई व्यवस्था में कुछ खामियां हैं, इसी वजह से अपना शहर स्वच्छता के मिशन को पूरा नहीं कर पा रहा है।

-मोहित स्वच्छता सभी के लिए जरूरी है। लोगों को भी इसके लिए पूरी तरह से सरकारी तंत्र पर ही निर्भर नहीं रहना चाहिए।

-विनीत अग्रवाल शहर में सफाई को लेकर पालिका स्तर पर भी फीडबैक व सुझाव जनता से लेने चाहिए। शिकायतों पर भी त्वरित कार्रवाई होनी चाहिए।

-राघवेंद्र सिंह शहर को स्वच्छता की रैंकिग में बेहतर स्थान दिलाने के लिए सभी जगह नियमित सफाई, डोर टू डोर व्यवस्था कराने से सफलता मिलेगी।

- राजू शर्मा

सिस्टम की सुनो

शहर को स्वच्छ रखने के लिए पालिका की ओर से वाटर व‌र्क्स पर एमआरएफ प्लांट लगाया जा रहा है। इसमें सूखे कूड़े का निस्तारण किया जाएगा। गीले कूड़े के लिए कंपोस्टिग प्लांट सीवेज फार्म पर बनाया जाएगा। जरूरत के अनुसार उच्चाधिकारियों की अनुमति से संसाधनों को भी बढ़ाया जाएगा।

-संदीप भार्गव, मुख्य स्वच्छता निरीक्षक नगर पालिका हाथरस

मैं भी स्वच्छता प्रहरी

शहर को स्वच्छ रखने के लिए नगर पालिका की ओर से सफाई कार्य के अलावा शौचालय, नाली निर्माण, इंटरलाकिग कार्य भी कराए जाते हैं। शहर को स्वच्छ रखने को इसमें जनसहभागिता भी जरूरी है। अपने आसपास हम गंदगी नहीं चाहते तो हमें दूसरों के सामने यह समस्या भी खड़ी नहीं करनी चाहिए। शहर को स्वच्छ रखने के लिए मैं संकल्प लेता हूं।

-अरुण उपाध्याय, संस्थापक, संस्था चार रोटी भूखे पेट के नाम


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