हाइकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में बूलगढ़ी कांड की सुनवाई आज
स्टेटस रिपोर्ट पेश कर सकती है सीबीआइ पिछली सुनवाई में दिया गया था आदेश।
जासं, हाथरस : बूलगढ़ी कांड की बुधवार को हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में सुनवाई होनी है। कोर्ट में सीबीआइ अब तक की गई जांच की स्टेटस रिपोर्ट पेश कर सकती है। इसकी तैयारी कई दिन से की जा रही है। वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाने के लिए इस मामले के चारों आरोपितों का गांधीनगर में पॉलीग्राफ और बीईओएस (ब्रेन इलेक्ट्रिकल ऑसिलेशन सिग्नेचर) टेस्ट कराया जा रहा है।
इस रिपोर्ट से सीबीआइ को जांच में बड़ा सहारा मिलने की उम्मीद है। साथ ही 44 दिन से जांच में जुटी सीबीआइ को सही दिशा भी मिल सकेगी, जिससे यह तय हो सकता है कि जांच पूरी होने में अभी कितना समय लग सकता है। हाईकोर्ट भी यह जानना चाहती है। दो नवंबर को हुई सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने 25 नवंबर को सीबीआइ से जांच की स्टेटस रिपोर्ट पेश करने को कहा था। यह भी पूछा था कि सीबीआइ को केस की तफ्तीश पूरी करने में लगभग कितना समय लगेगा। इसके बाद से सीबीआइ ने जांच तेज कर दी थी। मुंबई से आए लोगों ने जाना हाल
बूलगढ़ी में मृतका के स्वजन से लोगों के मिलने का सिलसिला जारी है। मंगलवार की सुबह 10 बजे मुंबई से रामचरण चंदेलिया सुमित, रॉकी और साईं राज नामक चार लोगों ने पीड़ितों का हाल जाना। करीब सवा घंटे तक स्वजन से बात की। इस दल ने मीडिया से बातचीत नहीं की। पीड़ित भी अब मीडिया से बातचीत से बच रहे हैं। पुलिस अधिकारी बनकर युवक से ठगी का प्रयास
संस, हाथरस : एक पुलिस अधिकारी के नाम से फेसबुक आइडी बनाकर मुरसान के दुकानदार से बीस हजार रुपये मांगे गए। दुकानदार को पुलिस अधिकारी की फेसबुक पर हुई बातों पर शक हुआ। कोतवाली में तहरीर दे दी।
मुरसान कस्बे के नई बस्ती में रहने वाले दीपक कुमार के फेसबुक एकाउंट पर सोमवार देर रात कथित पुलिस अधिकारी का संदेश आया। पुलिस अधिकारी पूर्व में हाथरस जिले में तैनात रह चुके हैं। दरअसल पुलिस अधिकारी नाम से किसी ने आइडी बनाकर बीस हजार रुपये की मांग की थी। सबसे पहले हाय हेलो हुआ। उसके बाद आइपीएस की फेसबुक आइडी के जरिये 20 हजार रुपये की मांग की गई। दीपक दस हजार रुपये देने के लिए राजी हो गए। उसके बाद आइडी चलाने वाले ने फोन पे करने की बात कही और अपना नंबर भी दे दिया। दीपक समझ गये कि कोई पुलिस अधिकारी दुकानदार से बीस हजार रुपये की मांग क्यों करेगा। दीपक का कहना है कि पूर्व में भी कोतवाली सदर में तैनात रहे एक इंस्पेक्टर उनके फेसबुक से जुड़े हुए थे। उनके नाम से भी पैसा मांगा गया था। दीपक ने इसकी शिकायत मुरसान कोतवाली में कर दी है। वहीं मुरसान इंस्पेक्टर शिव कुमार शर्मा का कहना है कि उन्हें इस बाबत कोई तहरीर नहीं मिली है।