विदेशी दारू पर हाथरस फिदा
विदेशी शराब की 11 दुकानों के लिए 281 आवेदन देसी शराब की नौ दुकानों के लिए आए सिर्फ 40 आवेदन
जासं, हाथरस : जनपद में देशी शराब से ज्यादा विदेशी शराब के शौकीन हैं। ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि कलक्ट्रेट में ई-लॉटरी को आए आवेदन बता रहे हैं। शनिवार को कलक्ट्रेट में शराब ठेके के लिए ई-लॉटरी का डाटा खुला तो विदेशी शराब की 11 दुकानों के लिए 281 आवेदन मिले। इनमें से 11 आवेदन पत्र आधार कार्ड व डीडी गलत होने से निरस्त हो गए। 43 पात्रों को ई-लॉटरी से किया दुकानों का आवंटन किया गया।
ऑनलाइन ई-लॉटरी प्रक्रिया डीएम डा. रमाशंकर मौर्य की अध्यक्षता में हुई। पारदर्शिता के लिए अलीगढ़ से नगर आयुक्त सत्यप्रकाश पटेल पर्यवेक्षक के रूप में थे। डीएम ने कहा कि लॉटरी का वैज्ञानिक आधार प्रोबेबिलिटी पर आधारित है। एक दुकान पर प्रत्येक आवेदक के चयन की संभावना बराबर होती है। कम्प्यूटर द्वारा रेंडम नंबर जनरेट करने की प्रक्रिया के माध्यम से चयन होता है। इसमें कोई निर्णय किसी व्यक्ति का न होकर कम्प्यूटर द्वारा किया जाता है। जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि ई-लॉटरी के माध्यम से पात्र लाभार्थियों की दुकानों का आवंटन किया गया। सभी आवेदकों को प्रोजेक्टर के माध्यम से ई-लॉटरी में शामिल किया गया। कार्यक्रम का संचालन अपर जिला सूचना विज्ञान अधिकारी आलोक माहेश्वरी ने किया। इस दौरान एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना, एडीएम अशोक कुमार शुक्ला, एडीएम न्यायिक धर्मपाल ¨सह, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी उमर फारूक, ईडीएम मनोज उपाध्याय मौजूद रहे। देसी के लिए 40 आवेदन
नौ देशी खराब की दुकानों के लिए सिर्फ 40 आवेदन मिले। बीयर की 14 दुकानों को 178 आवेदन प्राप्त हुए। पहली बार ई लॉटरी होने से दो ठेकेदारों ने भांग का ठेका छोड़ दिया। भांग के 11 ठेकों में सिर्फ नौ ठेकों को ही आवेदन मिले। ई-लॉटरी सिस्टम से पात्र लाभार्थियों को दुकानों का आवंटन हुआ।