CBI Team in Hathras: हाथरस के बूलगढ़ी में सीबीआई की जांच, पूछताछ के लिए पीड़िता के भाई को ले गई
Hathras Case सीबीआइ की टीम अंत्येष्टि स्थल पर काफी पड़ताल करने के बाद मृत युवती के घर पहुंची है। पड़ोस में रहने वाले लोगों से पड़ताल कर रही है। इसी बीच हाथरस पुलिस की टीम केस दर्ज कराने वाले मृत युवती के भाई संदीप को अपने साथ लेकर गई।
हाथरस, जेएनएन। हाथरस जिले के बहुचर्चित बूलगढ़ी मामले को सीबीआइ ने रविवार को ही टेकओवर करते ही छानबीन शुरू कर दी है। हाथरस के बूलगढ़ी गांव के केस की जांच सीबीआइ ने काफी तेज कर दी है।
सीबीआइ टीम मंगलवार को दिन में करीब 11 बजे घटनास्थल पहुंची। यह स्थान पीड़िता के घर के करीब 500 मीटर दूर है। इसी खेत में 14 सितंबर को युवती पर हमला किया था। यहां घटनास्थल पर लोगों को रोकने के लिए पुलिस तैनात है।
सीबीआइ की टीम अंत्येष्टि स्थल पर काफी पड़ताल करने के बाद मृत युवती के घर पहुंची है। वहां पर पड़ोस में रहने वाले लोगों से पड़ताल कर रही है। इसी बीच हाथरस पुलिस की टीम केस दर्ज कराने वाले मृत युवती के भाई संदीप को अपने साथ लेकर गई है। सीबीआइ की टीम के साथ पीड़िता का भाई भी मौके पर है। टीम छह गाड़ी में पहुंची है। इस टीम में 15 अधिकारी हैं। घटनास्थल पर सबूत एकत्रित किए जा रहे हैं।
सीबीआइ ने चेकअप के बाद जिला अस्पताल से लौटी मृत युवती की मां को घटनास्थल पर ले जाकर पूछताछ की। इसके बाद टीम बूलगढ़ी में अंत्येष्टि स्थल पहुंची। वहां पर टीम ने हाथरस पुलिस से पूछताछ की। इस दौरान चंदपा थाना की फोर्स भी साथ में थी। इससे पहले बूलगढ़ी की मृत युवती के स्वजन देर रात लखनऊ से घर आ गए। सीबीआइ की टीम भी आज गांव पहुंच गई है।
इस टीम के सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लैब के सदस्य भी हैं। इसी बीच मृतका की मां की तबीयत बिगड़ गई है। बीपी की दिक्कत बताई जा रही है, जिसके चलते जिला अस्पताल ले जाया गया है। जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. आइवी सिंह का कहना है कि मृत युवती की मां स्वस्थ हैं। थकावट की वजह से उनका ब्लड प्रेशर कुछ हाई था। दवा दे दी गई है। एडमिट करने की जरूरत नहीं थी। इसी कारण गांव वापस भेज दिया गया है। इनके घर पहुंची चिकित्सकों की टीम से स्वजन ने कोरोना टेस्ट कराने से मना कर दिया। पीड़िता के पिता की तबीयत बिगड़ी है। स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर गांव पहुंचे हैं। पीड़िता के पिता की अचानक तबीयत बिगड़ी है।
हाथरस मामले में जांच अधिकारी नियुक्त की गईं डीएसपी सीमा पाहूजा भी अन्य सदस्यों के साथ हाथरस आने की सूचना पर हाथरस पुलिस की टीमें घटनास्थल के साथ ही पीड़िता के घर के आसपास भी मुस्तैद हैं। टीम आज मृत युवती के गांव भी जा सकती है। टीम पीड़िता के स्वजन से मुलाकात के साथ-साथ घटनास्थल का निरीक्षण कर सकती है।
सीबीआइ की एक यूनिट हाथरस में है। जिसमें एक एएसपी समेत कुल पांच अधिकारी हैं। माना जा रहा है कि एक और यूनिट भी हाथरस आएगी। इसके साथ मामले की जांच अधिकारी डीएसपी सीमा पाहूजा के साथ सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लैब (सीएफएसएल) की टीम भी घटनास्थल की छानबीन के लिए हाथरस आएगी।
इससे पहले सोमवार को सीबीआइ ने केस डायरी सीओ से ले ली है। इस केस डायरी में जिला अस्पताल की रेफर रिपोर्ट, फोरेंसिक रिपोर्ट, मेडिकल रिपोर्ट, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट, पीड़िता के स्वजन के बयान, पुलिस की मजरूमी चिट्ठी आदि दस्तावेज उनकी केस डायरी में है। टीम अब एक-एक दस्तावेज का अवलोकन करने में जुटी है। केस डायरी का अध्ययन करने के बाद ही सीबीआइ अपनी गाडइलाइन से केस की तहकीकात शुरू करेगी। बूलगढ़ी प्रकरण में जातीय हिंसा फैलाने, सरकार को बदनाम करने, उन्माद फैलाने जैसे तथ्य पुलिस के सामने आए थे। सीबीआइ इनको भी इस केस से जोड़ेगी। चंदपा थाना के साथ हाथरस गेट, कोतवाली सदर में भी कई भड़काऊ बयानबाजी समेत अन्य मामले दर्ज हैं। इन सभी मुकदमों की पड़ताल भी एजेंसी कर सकती है।
सीबीआइ ने मृत युवती के पहले दिन के बयान, जिला अस्पताल के बयान के साथ जेएन मेडिकल कॉलेज के बयानों के वीडियो भी विवेचक से लिए हैं। मृतका के अंतिम संस्कार के दौरान हुए बवाल, अंतिम संस्कार से संबंधित अन्य वीडियो को लेकर सीबीआइ पड़ताल में जुटी है।
उत्तर प्रदेश के इस बहुचर्चित केस की सीबीआइ जांच की अधिसूचना जारी होते ही सीबीआइ चंदपा कोतवाली में दर्ज मुकदमे के आधार पर गाजियाबाद में केस दर्ज कर चुकी है। हाथरस पहुंचते ही सीबीआइ टीम ने रविवार को ही एएसपी ने डीएम, एसपी, विवेचक सीओ से मुलाकात कर जांच आगे बढ़ाई। पांच सदस्यीय टीम केस डायरी का अवलोकन कर रही है।
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14 सितंबर को बूलगढ़ी में हुई घटना के मामले में पुलिस ने युवती के भाई की तहरीर के आधार पर जानलेवा हमला और एससी-एसटी अधिनियम के तहत केस दर्ज किया था। घटना के आरोपित संदीप ठाकुर को पुलिस ने 19 सितंबर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसके बाद इस मुकदमे में पीड़िता के बयानों के आधार पर सामूहिक दुष्कर्म की धाराएं बढ़ाई गईं और तीन अन्य आरोपितों के नाम शामिल किए गए। 26 सितंबर तक अन्य तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया था। शुरुआत में इस मामले की विवेचना प्रभारी सीओ रामशब्द ने की। इसके बाद 20 सितंबर से चार्ज ग्रहण करने के बाद सीओ ब्रह्म सिंह इस मामले की विवेचना कर रहे हैं।
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