Move to Jagran APP

समान टैक्स प्रणाली हो तो दौड़े हैंडीक्रॉफ्ट उद्योग

सुविधाओं के अभाव में लगातार पिछड़ता जा रहा है जिले को पहचान दिलाने वाला उद्योग उम्मीदें -उद्योग से जुड़े व्यापारियों को भी मिलें पेंशन बीमा व ऋण सुविधा का लाभ -किसानों की तरह हैंडीक्रॉफ्ट उद्योगों के व्यापारियों को बजट में दें सब्सिडी

By JagranEdited By: Published: Tue, 28 Jan 2020 12:40 AM (IST)Updated: Tue, 28 Jan 2020 12:40 AM (IST)
समान टैक्स प्रणाली हो तो दौड़े हैंडीक्रॉफ्ट उद्योग
समान टैक्स प्रणाली हो तो दौड़े हैंडीक्रॉफ्ट उद्योग

संवाद सहयोगी हाथरस : अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हाथरस को पहचान दिलाने वाला हैंडीक्रॉफ्ट उद्योग सुविधाओं के अभाव में पिछड़ता जा रहा है। आम बजट से हैंडीक्रॉफ्ट उद्योग को भी ढेरों उम्मीदें हैं। समान टैक्स प्रणाली न होने से व्यापारियों को काफी दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं।

loksabha election banner

हैंडीक्रॉफ्ट हाथरस के मुख्य उद्योगों में शामिल है। शहर के अलावा यह ढकपुरा, नगला अलगर्जी, नयाबांस, इगलास अड्डा आदि ग्रामीण क्षेत्रों में भी खूब होता था। इसमें सुराही, टीसेट फुटबाल, फाउंटेन, डिनरसेट, झूमर, मूर्तियां आदि फैंसी आइटम बनाए जाते हैं। इनमें तांबा, पीतल, जस्ता आदि धातुओं के अलावा कांच का भी उपयोग होता है। शहर में यह व्यवसाय करीब 50 करोड़ रुपये का है। करीब चार हजार परिवार इस कारोबार से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं।

पिछले कुछ वर्षों से महंगाई की मार झेल रहा यह उद्योग लगातार पिछड़ता जा रहा है। इस बार बजट से हैंडीक्राफ्ट उद्योग के व्यापारियों को काफी उम्मीदें बंधी हुई हैं। दरअसल लोगों की पर्चेजिंग पावर बढ़ाने में छोटे उद्योगों की बड़ी भूमिका होती है, मगर सरकार इनपर ध्यान नहीं दे रही है। एक्सपोर्ट होते हैं आइटम

हैंडीक्रॉफ्ट उद्योग घर-घर में होता था। अब भी यह उद्योग धीमी गति से दौड़ रहा है। इसमें बनने वाले सभी आइटम फैंसी होते हैं। स्थानीय स्तर से उनको दिल्ली, मुंबई, कोलकाता आदि के रास्ते विदेशों में भी भेजा जाता है। विदेशों में इन प्रोडक्ट की मांग अधिक हैं। यहां से सीधे दुबई, ईरान, अमेरिका, सिगापुर, इंग्लैंड आदि देशों को भेजा जाता है। घातक है असमान टैक्स प्रणाली

एक तरफ सरकार एक देश एक टैक्स की बात करती है। उसके बाद भी रॉ मैटेरियल में 18 फीसद और तैयार माल पर 12 फीसद टैक्स है। व्यापारी चाहते हैं कि यह अंतर समाप्त करने के साथ पेंशन के साथ आसान ऋण सुविधा भी उपलब्ध कराई जाए। ट्रांसपोर्ट की सुविधा भी शहर में सस्ती दरों पर उपलब्ध होनी चाहिए।

इनका कहना है

शहर से बाहर कहीं भी प्रदर्शनी में स्टाल लगाने वाले व्यापारियों को ट्रांसपोर्ट आदि की सुविधा के साथ आर्थिक सहायता भी मिलनी चाहिए। इससे व्यापारियों को प्रोत्साहन मिलेगा।

-घनश्याम दास कूलवाल, कारोबारी हर साल करोड़ों रुपये का राजस्व देने वाला व्यापारी आज सुरक्षित नहीं है। किसानों की तरह व्यापारियों को सब्सिडी, पेंशन, बीमा, दुर्घटना बीमा आदि की सुविधाएं मिलनी चाहिए।

-मदनलाल, कारोबारी सरकार को कच्चा माल उपलब्ध कराने के साथ तैयार माल खरीदने की सुविधा भी व्यापारियों को देनी चाहिए। इससे उन्हें अपने माल को लेकर इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा।

- दिनेश वर्मा, कारोबारी

हाथरस के उद्यम के विकास के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। हैंडीक्रॉफ्ट ही नहीं, अन्य उद्यमों के लिए भी सदन में आवाज उठाऊंगा। हाथरस के उद्योगों को मूलभूत सुविधाएं दिलाने और इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने के लिए हर संभव कोशिश की जाएगी।

-राजवीर दिलेर, सांसद हाथरस।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.