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फसल बर्बाद होने के सदमे में दे दी जान

आर्थिक तंगी के बाजरे की फसल चौपट होने से मानसिक रूप से परेशान था युवक दर्दनाक -नीम के पेड़ पर लटका मिला शव परिवार में मचा कोहराम -पिता की हो चुकी है मृत्यु छोटा भाई व मां उसी पर थे निर्भर

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Oct 2019 11:51 PM (IST)Updated: Fri, 18 Oct 2019 06:16 AM (IST)
फसल बर्बाद होने के सदमे में दे दी जान
फसल बर्बाद होने के सदमे में दे दी जान

जागरण संवाददाता, हाथरस : आर्थिक तंगी से जूझ रहे 23 वर्षीय युवक ने बुधवार देर रात नीम के पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। लगभग साढ़े तीन बीघा बाजरा की फसल बर्बाद होने से युवक परेशान था। परिवार में छोटा भाई व मां हैं, जो उसी पर निर्भर थे।

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इगलास रोड स्थित गांव भोजपुर का रहने वाला अर्जुन (23) पुत्र राजपाल सिंह पर मां शांति व छोटे भाई की जिम्मेदारी थी। 15 साल पहले पिता की सड़क दुर्घटना में मृत्यु के बाद परिवार के हिस्से में साढ़े तीन बीघा खेत आया था। परिवार इसी खेत के भरोसे भरण-पोषण कर रहा था। पिछले कुछ साल से अर्जुन ने नौकरी करना भी शुरू कर दिया था। परिवार का ठीक-ठाक गुजारा चल रहा था। दो महीने पहले खेत में बाजरा बोने के बाद अर्जुन नौकरी के लिए सूरत चला गया। सूरत में केवल आठ हजार रुपये महीने के मिल रहे थे। बचत न होने पर तीन दिन पहले सूरत से लौट आया। यहां आकर वह खेत पर पहुंचा तो पता चला कि फसल बर्बाद हो चुकी है। दो महीने बाहर रहने के कारण खेत की सुरक्षा के लिए कोई नहीं पहुंचा था। पशुओं ने पीछे से सारी फसल खराब कर दी थी। एक महीने पहले पड़ी बारिश से भी फसल पर असर पड़ा था। परिजनों का कहना है कि फसल खराब होने के कारण वह बेहद परेशान था। छोटे भाई की मानसिक स्थिति ठीक नहीं, इसलिए वह खेत की रखवाली नहीं कर सका। घर की आर्थिक स्थिति गड़बड़ा जाने के कारण वह तनाव बर्दाश्त नहीं कर सका। परिजनों ने बताया कि अर्जुन खेत पर ही बेहोश हो गया था, लेकिन बुधवार को ग्रामीण उसे ढाढ़स बंधाते हुए घर ले आए थे।

बुधवार की शाम को वह खेत पर जाने की कहकर घर से निकला, लेकिन वापस नहीं लौटा। गुरुवार की सुबह खेत के पास नीम के पेड़ पर उसका शव लटका देख ग्रामीणों में खलबली मच गई। पुलिस को खबर दी गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। परिवार में अब केवल मां शांति व छोटा भाई रह गया है। दो बहनों की शादी हो चुकी है। बड़े बेटे की मौत से मां का रो-रोकर बुरा हाल था। ग्रामीणों ने की मदद की मांग

अर्जुन के आत्महत्या करने के बाद पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार को प्रशासनिक मदद की मांग की है। गांव के लोगों व चचेरे परिवार के लोगों ने बताया कि अर्जुन के घर की हालत दयनीय है। फसल भी चौपट हो चुकी है। ऐसे में प्रशासन को मदद के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने इस संबंध में अधिकारियों से मिलने की भी बात कही है। एसडीएम सदर नीतीश कुमार ने कहा कि मामले की जांच कराकर मदद की कोशिश की जाएगी।


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