डेंगू के पांच केस मिले, सात और बीमार
जिले में लगातार बढ़ रहे डेंगू और बुखार पीड़ित मरीजों की संख्या बुधवार को पांच केस डेंगू पाजिटिव के निकले 20 गांवों में लगे शिविर।
जागरण टीम, हाथरस : डेंगू और बुखार का प्रकोप थम नहीं रहा। स्वास्थ्य विभाग ने पूरी ताकत लगा दी है, लेकिन न रोग पकड़ में आ रहा, न रोगी कम हो रहे। बुधवार को पांच और मरीजों की रिपोर्ट डेंगू पाजिटिव आने पर महकमे में खलबली मच गई। बीस गांवों में स्वास्थ्य विभाग ने शिविर लगाकर दवाइयों का वितरण कराया। कुरसंडा के सात मरीजों का इलाज डेंगू की आशंका के चलते कराया जा रहा है।
डेंगू और बुखार के प्रकोप को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयास कर रहा है। अधिक से अधिक गांवों में शिविर लगाकर दवाइयों का वितरण कर रहा है। मलेरिया और डेंगू की आशंका वाले लोगों के सैंपल कराए जा रहे हैं। बुधवार को जिले में पांच मरीजों की रिपोर्ट डेंगू पाजिटिव आने के बाद उन स्थानों पर शिविर लगाए गए। साथ ही पीड़ित मरीजों के स्वजन का सैंपल कराया गया। बुखार से मरने वालों के
बारे में की गई पड़ताल
हाथरस जंक्शन के गांव रामपुर में 20 वर्षीय अल्पेश की तबीयत खराब होने पर स्वजन उपचार के लिए जिला अस्पताल लेकर आए थे, जहां सोमवार की रात को उसकी मौत हो गई थी। सीएमओ का कहना है कि युवक डायरिया से ग्रस्त था। इसी वजह से उसकी मौत हुई है। वहीं 40 वर्षीय सतीश उर्फ जगदीश की दिल्ली में मौत बुखार से हो गई थी। सीएमओ ने पड़ताल कराई तो पता चला कि वह लंबे समय से दिल्ली में रह रहा था। जहां उसकी उपचार के दौरान मौत हुई। एक दिन के लिए 17 सितंबर को अपने गांव आया था। कुरसंडा में हालात खराब
कुरसंडा में लगभग एक माह से हालात नहीं सुधर रहे हैं। सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं लचर होने से मरीजों को प्राइवेट चिकित्सकों के यहां शोषण का शिकार होना पड़ रहा है। गांव का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सफेद हाथी साबित हो रहा है। यहां कोई चिकित्सक तैनात न होने के कारण मरीजों को स्वजन प्राइवेट अस्पतालों में ले जाने को मजबूर हैं। लगातार मरीजों के निकलने के कारण ग्रामीण भी आर्थिक रूप से कमजोर होते जा रहे हैं। गरीब परिवार के लोग कर्ज लेकर बीमार स्वजन का उपचार निजी चिकित्सकों के यहां कराने को मजबूर हैं। बुधवार को भी गांव में खुशी शर्मा (15), 18 वर्षीय जीतेंद्र, 40 वर्षीय ओमवती देवी ,14 वर्षीय राम अग्रवाल डेंगू की आशंका से पीड़ित मिले, जिनका उपचार आगरा के अस्पतालों में चल रहा है। 10 वर्षीय अंजलि अग्रवाल, 25 वर्षीय लता अग्रवाल, मिथिलेश अग्रवाल, मंजू अग्रवाल बुखार से पीड़ित हैं, जिनका इलाज आगरा व सादाबाद में चल रहा है। गांव में बुखार तथा डेंगू की विकराल स्थिति को देखते हुए प्रधान मनीषा रूपेंद्र सिंह नंबरदार लगातार एंटी लारवा का छिड़काव तथा फागिग करा रही हैं। उसके बावजूद बीमारी थमने का नाम नहीं ले रही है।