पीछे दौड़ते रहे परिजन, हाथ से निकल गए गौरव
बड़ी रकम पकड़े जाने की हताशा में जान गंवाने से पहले शाम चार बजे उज्जैन में महाकाल के किए थे दर्शन हताशा का हश्र जब तक होटल पहुंचते मिल गया था शव परिवार में कोहराम व्यापारी जुटे उज्जैन के होटल प्रीति में गौरव का शव मिला आत्महत्या की आशंका
जागरण संवाददाता, हाथरस : हींग कारोबारी गौरव बंसल से शनिवार को संपर्क टूटते ही परिजन व मित्र इंदौर पहुंच गए थे। वहां से पता चला कि वह उज्जैन की बस में बैठे हैं। फिर रविवार को दिन भर उज्जैन में तलाश की। रात को तलाश पूरी हुई मगर परिवार व शुभचितकों को जिदगीभर का गम दे गई। रात में उज्जैन के होटल प्रीति में गौरव का शव मिलते ही चीख-पुकार मच गई। हाथरस में परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था।
हींग कारोबारी राकेश बंसल निवासी गिर्राज कॉलोनी के दो बेटे हैं। बड़े बेटे गौरव बंसल (40) गुरुवार को तगादे के लिए इंदौर गए थे। शुक्रवार की दोपहर को उन्हें इंदौर से मथुरा के लिए ट्रेन पकड़नी थी। वे ट्रेन में बैठ भी गए थे, लेकिन छह दिसंबर को लेकर सघन चेकिग चल रही थी। इस चेकिग में गौरव से 19 लाख रुपये बरामद किए गए। इनकम टैक्स की टीम ने तीन घंटे तक उनसे पूछताछ की थी। रात साढ़े नौ बजे तक गौरव की पिता से बात हुई। इसके बाद उनका फोन नहीं मिला। सुबह तक संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन कुछ पता नहीं चला। शनिवार की सुबह परिजन व मित्र (12-14 लोग) गाड़ियों से इंदौर गए। इंदौर के होटल में पहुंचे तो वहां कमरे में सामान मिला, लेकिन गौरव नहीं थे। कमरे में खून भी पड़ा था। परिजन सीसीटीवी फुटेज खंगालते घूमते रहे। रविवार की सुबह बस व मैजिक चालक से पता चला कि गौरव उज्जैन गए हैं तथा कपड़ों पर खून लगा हुआ था। परिवार के लोग वहां भी पहुंच गए। बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन व होटलों की फुटेज खंगाली गई। एक होटल की फुटेज आई, जिसमें वे रिसेप्शन तक पहुंचे थे मगर कपड़ों पर खून देख उन्हें कमरा नहीं दिया गया था।
परिवार के करीबी संजीव रावत उर्फ टीटू ने बताया कि वहां के होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष की मदद ली। वहां पहुंचे करीबियों के अनुसार पुलिस ने उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर की फुटेज देखी। उससे पता चला कि गौरव ने शाम चार बजे महाकाल के दर्शन भी किए थे। वहां इंदौर से उज्जैन तक परिजन व मित्र गौरव के पीछे-पीछे दौड़ते रहे, वहीं हाथरस में गौरव के घर पर परिवार का बुरा हाल था। शनिवार से ही घर पर शुभचितकों का तांता लगा रहा। पास-पड़ोसी घर पर एकत्रित रहे। शहर के व्यापारी फोन पर उज्जैन से हर पल की खबर लेते रहे। परिजन होटल प्रीति तक पहुंच गए, लेकिन थोड़ी देर हो गई। रात साढ़े आठ बजे शव मिलने की खबर आते ही व्यापारी वर्ग में शोक छा गया। गिर्राज कॉलोनी स्थित घर पर चीख-पुकार मच गई। रात होते-होते काफी संख्या में व्यापारी उनके घर पर पहुंच गए। परिवार को बिलखता छोड़ गए
हंसते खेलते परिवार को गौरव बिलखता छोड़ गए। पत्नी व बच्चे उनके लापता होने के बाद से ही परेशान थे। गौरव के दो बेटे हैं। बड़ा बेटा अजमेर में पढ़ता है। अकसर वे पत्नी व दोनों बच्चों के साथ घूमने जाते थे। गौरव की फेसबुक प्रोफाइल पर परिवार के साथ फोटो देख उनके करीबी आंसू नहीं रोक सके। टीटू रावत ने बताया कि गौरव हंसमुख था। अचानक उसे क्या हुआ? यह कोई समझ नहीं पा रहा है। जब्त हुआ था लैपटॉप
बताते हैं कि तीन घंटे की पूछताछ के बाद इनकम टैक्स की टीम ने शनिवार दोपहर 12 बजे फिर से बुलाया था। इनकम टैक्स की पूछताछ के बाद ही वह उखड़े-उखड़े से थे। बताते हैं कि गौरव बंसल का लैपटॉप भी इनकम टैक्स की टीम ने जब्त कर लिया था। शुक्रवार रात इंदौर में भी उन्होंने नस काटने का प्रयास किया। हालात आत्महत्या की ओर ही इशारा कर रहे हैं।