डीएम की बिना अनुमति के कट गई 400 की ड्यूटी!
डीएम ने सीडीओ एनआइसी डीआइओ आदि से मांगा स्पष्टीकरण ब्लर्ब- लोकसभा चुनाव में बिना डीएम की अनुमति के मतदान से ठीक पहले भी 93 की ड्यूटी काटी गई
संवाद सहयोगी, हाथरस : चुनाव में बड़ी संख्या में कार्मिकों की ड्यूटी कटने का मामला जोर पकड़ता जा रहा है। मतदान के दिन जिला निर्वाचन अधिकारी की बिना मंजूरी के कार्मिकों की ड्यूटी काटे जाने पर सीडीओ, एनआइसी और डीआइओ से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
चुनाव के लिए 1311 बूथों के लिए करीब साढ़े छह हजार कार्मिकों की ड्यूटी लगाई गई थी। इसके अलावा दस फीसद कर्मचारी रिजर्व में रखे जाने थे। बीमार कार्मिकों की ड्यूटी कटवाने के लिए सीएमओ ऑफिस में मेडिकल बोर्ड बनाया गया था। बोर्ड की स्वीकृति पर ही बीमार कार्मिकों को ड्यूटी से राहत दी जानी थी। इसके अलावा किसी कार्मिक की ड्यूटी डीएम की अनुमति पर ही काटी जा सकती थी, फिर भी अधीनस्थ अधिकारियों ने डीएम से अनुमति लिए बिना ही सैकड़ों कार्मिकों की ड्यूटी काट दी। कुल 400 कार्मिकों की ड्यूटी काटी गई। ये कार्मिक बीमार कार्मिकों से अलग थे। ड्यूटी काटने का खेल मतदान के आखिरी दिन तक चला। सीडीओ कार्यालय, एनआइसी और डीआइओ कार्यालय के स्तर से ड्यूटी काटी गईं। मतदान से एक दिन पहले 17 पोलिग पार्टियों की रवानगी से पहले तक 93 कार्मिकों की ड्यूटी बिना डीएम की अनुमति के काट दी गई। एडीएम अशोक कुमार शुक्ला का कहना है कि चुनाव ड्यूटी काटने के मामले में जांच की जा रही है। सीडीओ, एनआइसी और डीआइओ से इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा गया है। कुछ अधिकारियों ने स्पष्टीकरण दे दिया है। बाकी से जल्द स्पष्टीकरण देने को कहा गया है।