देव दीपावली पर दीयों से जगमगाए मंदिर
देव दीपावली का पर्व सोमवार को शहर में धूमधाम से मनाया गया। घरों में पूजा-अर्चना के साथ ही शाम को मंदिरों में दीप जलाए गए। देहात के मंदिरों को सजाया गया था।
संस, हाथरस : देव दीपावली का पर्व सोमवार को शहर में धूमधाम से मनाया गया। घरों में पूजा-अर्चना के साथ ही शाम को मंदिरों में दीप जलाए गए। देहात के मंदिरों को सजाया गया था। सुबह व शाम के समय मंदिरों में विशेष आरती का आयोजन किया गया। लोगों ने शाम के समय छतों व घरों के बाहर दीप जलाकर रखे। घरों में सुख व शांति के लिए देवों की पूजा-अर्चना की गई। रात के समय कई जगह आतिशबाजी भी की गई। ज्योतिषाचार्य लक्ष्मणदत्त गोस्वामी ने बताया कि देव दीपावली का हिदू धर्म में बहुत महत्व है। महाआरती के साथ फूल बंगला
सिकंदराराऊ : कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर सिद्ध पीठ पथवारी माता मंदिर पर माता रानी का मनोहारी फूल बंगला सजाया गया एवं महाआरती का आयोजन किया गया। शाम को कन्या पूजन किया गया। इस मौके पर मातारानी का नयनाभिराम श्रृंगार हुआ। देर शाम अन्नकूट का प्रसाद वितरण किया गया तथा भजन संध्या में महिलाओं ने मातारानी के लोकप्रिय भजन गाये। जिस पर महिलाएं एवं युवक जमकर थिरके। इस मौके पर धर्मेंद्र शर्मा, जगदीश कश्यप, महेश शर्मा, वीरो लाला, चेतन शर्मा,राष्ट्रीय विप्र एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष मित्रेश चतुर्वेदी,दीपांशु शर्मा, विनय कुमार, राकेश यादव, राजू यादव,उत्कर्ष पाठक, प्रकाश कश्यप, मुरारी लाल कश्यप, आशीष उपाध्याय, मयंक उपाध्याय, निखिल वर्ती पाठक, आदि मौजूद थे। मुरसान के ब्लाक रोड पर बिना बरसात जलभराव
संसू, मुरसान : मुरसान के ब्लाक रोड पर बिना बरसात जलभराव की समस्या बनी हुई है। इसके कारण राहगीर भी परेशान हैं। क्षेत्रीय लोगों ने इस समस्या के शीघ्र ही स्थायी निदान की मांग की है।
ब्लाक रोड पर ही जीएसएएस इंटर कॉलेज के पास कालोनी के गंदे पानी की निकासी सड़क पर ही कर दी गई है। इसके कारण हर रोज बिना बरसात के ही जलभराव की समस्या बनी रहती है। इस जलभराव के कारण रोड की हालत काफी खराब हो चुकी है। रात के अंधेरे में कई दोपहिया वाहन चालक इसमें गिर कर घायल हो चुके हैं। हालांकि स्कूल अभी बंद चल रहे हैं। स्कूल खुल गए तो छात्र-छात्राओं को भी इस समस्या से जूझना पड़ेगा। लोगों में बढ़ते आक्रोश के चलते सोमवार को पीडब्ल्यूडी के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर सड़क सहारे मिट्टी डालकर अस्थाई व्यवस्था कर ली है। लोगों ने स्थाई निदान की मांग की है।