पौधों की देखभाल का लेना होगा संकल्प
पर्यावरण के साथ आय बढ़ाने का माध्यम भी है पौधारोपण पौधारोपण में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ हो कार्रवाई
संस, हाथरस : पौधारोपण के लिए सरकारी नियम या दबाव मायने नहीं रखते मगर पौधारोपण को प्रभावी बनाने के लिए जागरूकता जरूरी है। लोगों को यह बताना होगा कि वृक्ष हमारे लिए कितने जरूरी हैं। इस बारे में प्रस्तुत है पर्यावरण प्रहरियों की राय.। वर्जन-
सरकारी स्तर पर अभियान कितने सफल रहते हैं, किसी से छिपा नहीं है। इसलिए जनसहभागिता जरूरी है। पौधा रोपने के बाद ही जिम्मेदारी पूरी नहीं हो जाती, पौधों के वृक्ष बनने तक देखभाल करनी होगी।
महेंद्र सिंह, पर्यावरण प्रहरी किसानों को अपने खेतों के सहारे फलदार वृक्षों के पौधे लगाने चाहिए। इससे वन क्षेत्र बढ़ेगा और भूमि का कटाव भी कम होगा। फल आने पर अतिरिक्त आय का साधन बनेंगे।
-कैलास भूमिधर, पर्यावरण प्रहरी राष्ट्रीय वन नीति कहती है कि प्रत्येक गांव का अपना वन होना चाहिए। पंचायत राज से जुड़े अधिकारियों के साथ चुने गए जनप्रतिनिधियों को भी निश्चित संख्या में पौधे लगाने चाहिए।
-सुनील कुमार, पर्यावरण प्रहरी लोगों को पौधारोपण के लिए प्रेरित करना होगा। यह हमारे संस्कार में शामिल होना चाहिए। जन्मदिन या शादी आदि कार्यक्रमों में उपहार स्वरूप पौधों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
-प्रवेंद्र कुमार, पर्यावरण प्रहरी
पौधा लगाने वाले की जिम्मेदारी उसके वृक्ष बनने तक तय होनी चाहिए। यदि पौधा देखभाल के बावजूद नहीं पनपता तो उसकी जगह तुरंत दूसरा पौधा लगाना चाहिए। लापरवाही पर कार्रवाई भी हो।
-विष्णूदत्त, पर्यावरण प्रहरी