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कच्चे तेल की खोज करने आई सर्वे टीम को बंधक बना लिया

बिना अनुमति खेतों में बोरिंग के बाद थी विस्फोट की तैयारी फजीहत ग्रामीणों की ही सूचना पर पहुंची पुलिस ने टीम को मुक्त कराया सिकंदराराऊ तहसील प्रशासन ने फिलहाल सर्वे का काम रुकवाया

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Oct 2018 01:11 AM (IST)Updated: Wed, 24 Oct 2018 01:11 AM (IST)
कच्चे तेल की खोज करने आई सर्वे टीम को बंधक बना लिया
कच्चे तेल की खोज करने आई सर्वे टीम को बंधक बना लिया

संवाद सूत्र, हाथरस : सिकंदराराऊ में ऑयल एण्ड नेचुरल गैस कार्पोरेशन लिमिटेड की ओर से कच्चे तेल की खोज के लिए कराए जा रहे टूडी सीस्मिक सर्वे के दौरान सर्वे टीम को ग्रामीणों का भारी विरोध झेलना पड़ा। ग्रामीणों ने मौके पर काम कर रही टीम को बंधक बना लिया और पुलिस को बुला लिया। काम कर रहे लोग सर्वे के बारे में कुछ भी नहीं बता पा रहे थे। फिर उन्होंने अपने टीम लीडर को बुलाया मगर वह भी हाथरस जिले में काम करने की अनुमति नहीं दिखा पाए।

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क्षेत्र के गाव नगरिया लिहा आलमपुर आदि गावों में पिछले दो दिन से एक टीम आकर जगह-जगह खेतों में गढ्डे करके 90 -90 फीट की बोरिंग कर रही थी और मंगलवार को उन गढ्डों में विस्फोटक डालकर विस्फोट का काम चल रहा था। इस बारे में जब ग्रामीणों को पता चला तो बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्रित पहुंच गए और उन्होंने बिना अनुमति खेतों में बोरिंग व विस्फोट करने का विरोध शुरू कर दिया। काम रुकवा दिया। सर्वे टीम को जबरन एक जगह बैठा लिया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और काम कर रहे लोगों से इसकी अनुमति का पत्र मागा। मौके पर काम कर रहे लोग इस बारे में कोई जानकारी नहीं दे सके तो पुलिस ने उनसे उनके अधिकारियों के नम्बर मागे, जिसके बाद उन्होंने अपने टीम लीडर संतोष कुमार को वहा बुलाया। संतोष कुमार ने बताया कि ओएनजीसी द्वारा यह सर्वे कराया जा रहा है। इसकी अनुमति प्रदेश सरकार से ली गई है और अन्य जिलों के अधिकारियों से भी अनुमति ली गई है, लेकिन अब तक हाथरस के जिलाधिकारी से परमीशन नहीं ली गई है। वह भी जल्द ही ले ली जाएगी। यह ऊर्जा के नए विकल्पों की तलाश के लिए अभियान है। इसके तहत जमीन में पहले 90 फुट गहरी बो¨रग की जाती है, फिर उसमें विस्फोटक डाल कर विस्फोट किया जाता है और उस विस्फोट के बाद जो तरंगें निकलती हैं, उनको जियो फोन के माध्यम से रिकार्ड किया जाता है। इन तरंगों का परीक्षण करके यह पता लगाया जाता है कि यहा कहीं ऊर्जा का कोई स्त्रोत है या नहीं। यह सर्वे पूरे प्रदेश में किया जा रहा है। कम्पनी के पास जालौन तक कई जिलों का ठेका है।

प्रशासन ने फिलहाल काम रुकवा दिया है। ग्रामीणों के विरोध के चलते मंगलवार को आगे काम नहीं हो सका। उपजिलाधिकारी अंजुम बी ने कहा कि ग्रामीणों के विरोध की सूचना मिलने के बाद काम रुकवा दिया है। बिना अनुमति के कार्य आगे नहीं हो सकेगा। एचएचओ को मौके पर जाकर जाच करने के निर्देश दिए गए हैं। संबंधित संस्था को विधिवत अनुमति लाने पर ही कार्य करने दिया जाएगा।


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