कस्तूरबा विद्यालयों से मांगा गया है तीन साल का ब्योरा
पिछले तीन साल खपाए गए बजट की मांगी जानकारी राज्य परियोजना निदेशक ने मांगी है तमाम जानकारी।
संवाद सहयोगी, हाथरस : कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में खपने वाले बजट का ब्योरा राज्य परियोजना निदेशक ने मांगा है, क्योंकि प्रदेश के कई जिलों में जारी किए गए बजट में घपला किया गया है। जल्द से जल्द बेसिक शिक्षा अधिकारी को रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजनी होगी।
वर्ष 2020 में कोरोना संक्रमण के चलते विद्यालयों में छात्राएं नहीं पहुंचीं। इसके बाद भी छात्राओं के लिए जारी होने वाले बजट को प्रदेश के कई जिलों में खर्च कर लिया गया। अब राज्य परियोजना निदेशक की ओर से जांच बैठा दी गई है। पूरा ब्योरा गड़बड़ी करने वाले जिलों से मांगा जा रहा है। इसके साथ ही प्रदेश के कस्तूरबा विद्यालयों से तीन साल का ब्योरा मांगा जा रहा है। हाथरस जिले में छह ब्लाकों में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय संचालित हैं। जिसमें मुरसान, हसायन, सिकंदराराऊ, सादाबाद, हाथरस और सहपऊ ब्लाक शामिल हैं।
वर्ष 2017-18, 18-19 और 2019-20 सत्र में कस्तूरबा विद्यालयों में हुए मदवार खर्च का ब्योरा मांगा गया है। जिला समन्वयक बालिका शिक्षा अशोक कुमार चौधरी का कहना है कि जल्द ही तीनों साल के मदवार हुए खर्च का ब्योरा शासन को भेज दिया जाएगा।
खराब गुणवत्ता की सड़क
बनाने पर ग्रामीणों में रोष
संसू, सहपऊ : जिला पंचायत की ओर से राजनगर से मांगरू जाने के लिए बन रही नई सड़क की खराब गुणवत्ता को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीणों ने पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष विनोद उपाध्याय से शिकायत की तो वे मौके पर पहुंचे। सड़क को मानक के मुताबिक न बनने पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ने ग्रामीणों के सामने ही ठेकेदार की शिकायत डीएम एवं एसडीएम से की और सड़क की गुणवत्ता की जांच कराने का अनुरोध किया। विनोद उपाध्याय का कहना है कि दोनों अधिकारियों ने उनको सड़क को मानक के अनुसार ही बनवाने का आश्वासन दिया है। इस मौके पर अरुण शर्मा, हरीओम शर्मा, होरीलाल बघेल, प्रेम शर्मा, रवेन्द्र जाटव, विष्णु कुमार, मुरारी लाल, जितेंद्र कुमार, योगेश कुमार मौजूद थे।