सहपऊ के आदर्श नगर पंचायत के दर्जे को खतरा
शासन ने कार्य योजना भेजने के लिए दी सात दिन की मोहलत न भेजने पर दर्जा खत्म करने की चेतावनी
जासं, हाथरस : सहपऊ के आदर्श नगर पंचायत होने पर अब खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। विकास कार्याें की कार्य योजना नहीं भेजने पर शासन ने इस दर्जे को खत्म करने की चेतावनी दी है। इसके लिए सात दिन की मोहलत दी गई है।
वित्तीय वर्ष 2018-19 में हाथरस जनपद की तीन नगर पंचायतें आदर्श नगर पंचायत की दौड़ में शामिल हुई थीं। इसमें हसायन, सासनी और सहपऊ शामिल थीं। हसायन और सासनी को आदर्श नगर पंचायत का दर्जा मिल गया था, जबकि सहपऊ इसमें शामिल होने से रह गई थी। चार माह पहले फिर से शासन ने जिला प्रशासन से प्रस्ताव मांगे थे। इसमें छोटी, कम जनसंख्या वाली और राजस्व की सर्वाधिक वसूली वाली नगर पंचायत को वरीयता दी जानी थी। इसके तहत वर्ष 2019-20 के लिए सहपऊ नगर पंचायत को आदर्श नगर पंचायत में शामिल गया गया है। सहपऊ नगर पंचायत में 10 वार्ड हैं और इसकी आबादी भी करीब 10 हजार है। दो माह बीत जाने के बाद भी अभी तक सहपऊ नगर पंचायत ने विकास कार्य की कोई योजना नहीं बनाई है। प्रमुख सचिव ने आदर्श नगर पंचायतों की कार्य योजना मांगी है। 27 जनवरी तक कार्य योजना भेजने के निर्देश दिए हैं। चार करोड़ तक मिलता है बजट
सामान्य तौर पर नगर पंचायतों में राज्य वित्त, 14वें वित्त आयोग से विकास कार्य कराए जाते हैं। राज्य वित्त आयोग से सबसे पहले कर्मचारियों की पेंशन, वेतन व अन्य मदों का भुगतान होता है। इसके बाद अगर पैसा बचता है तो उसे विकास कार्याें के लिए निकाय प्रयोग कर सकती हैं। इसी तरह 14वें वित्त आयोग के विकास कार्याें के लिए दो किस्त मिलती है। डीएम की अध्यक्षता में बैठक होती है, उसके बाद विकास कार्याें के प्रस्तावों पर मुहर लगने के बाद 14वें वित्त से बजट जारी होता है। आदर्श नगर पंचायत राज्य सेक्टर की योजना है। इसमें शामिल होने के बाद नगर पंचायत के विकास कार्याें के लिए अधिकतम चार करोड़ रुपये तक के विकास कार्य कराए जा सकते हैं। वर्जन-
आदर्श नगर पंचायत में शामिल हुई सहपऊ ने अभी तक कार्य योजना नहीं भेजी है। शासन ने 27 जनवरी तक तैयार करने के निर्देश दिए हैं। ऐसा नहीं करने पर आदर्श नगर पंचायत का दर्ज खत्म करने की चेतावनी दी है। जल्द से जल्द इसकी कार्य योजना तैयार कर शासन को भेजी जाएगी।
-प्रवीण कुमार लक्षकार, डीएम हाथरस। सहपऊ नगर पंचायत आदर्श नगर पंचायत ही रहेगी। इसके लिए एक-दो दिन में ही कार्य योजना तैयार कर प्रेषित की जाएगी।
-विपिन वशिष्ठ, नगर पंचायत अध्यक्ष सहपऊ