गांव में नहीं आई सीबीआइ, हाईकोर्ट पर टिकी रही नजर
लखनऊ खंडपीठ में पेश की गई स्टेटस रिपोर्ट पर होती रहीं चर्चाएं मृतका के स्वजन की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ की सख्ती बरकरार।
जासं, हाथरस : बुधवार को बूलगढ़ी में सीबीआइ की टीम नहीं पहुंची, लेकिन गांव के लोगों की नजर हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में सुनवाई पर टिकी रही। उधर, मृतका के स्वजन की सुरक्षा में घर पर सीआरपीएफ की मुस्तैदी बरकरार है।
बूलगढ़ी प्रकरण की सीबीआइ जांच चल रही है। बुधवार को हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में सुनवाई थी। सीबीआइ को स्टेटस रिपोर्ट पेश करनी थी। दोपहर बाद शुरू हुई सुनवाई को लेकर सभी निगाहें कोर्ट पर लगी रहीं। हर कोई कोर्ट का रुख जानने की कोशिश में था। वेब पोर्टल और टीवी पर सुनवाई को लेकर निगाह रखी गई। सीबीआइ ने इस मामले में स्टेटस रिपोर्ट पेश कर दी है।
इधर आरोपित रामू के पिता राकेश सिंह ने कहा कि सीबीआइ तसल्ली से जांच कर ले। हम हर तरह की जांच के लिए तैयार हैं। बुधवार को भी सीबीआइ की टीम गांव में नहीं पहुंची। इससे लगने लगा है कि सीबीआइ पूछताछ और गांव में जांच की कवायद पूरी कर चुकी है। अब चारों आरोपितों की पॉलीग्राफ व बीईओएस टेस्ट रिपोर्ट का इंतजार है।
गांधीनगर में बीईओएस टेस्ट की प्रक्रिया जारी
सीबीआइ इस मामले की 11 अक्टूबर से जांच कर रही है। घटना का सच पता करने के लिए चारों आरोपित रवि, रामू, संदीप व एक अन्य नाबालिग का का पॉलीग्राफ और बीईओएस टेस्ट कराया जा रहा है। शनिवार को सीबाआइ चारों आरोपितों को गांधीनगर ले गई थी। इसकी प्रक्रिया जारी है। टेस्ट की रिपोर्ट पर भी सभी लोगों की नजर है। आजकल छोटू भी गांव से बाहर किसी शादी में गया हुआ है। छोटू ने घटना स्थल पर सबसे पहले पहुंचने का दावा किया था। उससे कई बार पूछताछ की जा चुकी है।