गीता की शिक्षाओं को आत्मसात करने का आह्वान
आयोजन भगवान श्रीकृष्ण के मुख से प्रकट हुई श्रीमद्भागवत गीता की जयंती मनाई गई
संवाद सहयोगी, हाथरस : पापाचार, धर्म की हानि है, अधर्म बढ़ा है इसलिए ही परिवर्तन का वीणा आप ब्रह्माकुमारी बहनों ने उठाया है। यह अभिव्यक्ति कमिश्नर अजय दीप सिंह ने गीता जयंती के अवसर पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के अलीगढ़ रोड स्थित आनन्दपुरी कालोनी केन्द्र की सासनी स्थित शाखा पर गीता ज्ञान प्रदर्शनी के अवलोकन के दौरान व्यक्त किये।
आयुक्त अजयदीप सिह, अपर आयुक्त शमीम अहमद खान, बीके शांता बहिन, बीके कोमल द्वारा प्रदर्शनी का फीटा काटकर शुभारंभ किया। राकेश अग्रवाल, पंचम सिंह, विनोद कुमार आदि द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया। अतिथियों को प्रतीक चिह्न एवं पीतवस्त्र भेंट किए गए। इस अवसर पर डॉ. बनवारी लाल, डॉ. सुरेश चन्द्र, विनोद कुमार, सुरेश शर्मा, संजय कुमार, श्याम सुन्दर, मनेाज कुमार, मानिकचन्द्र, गजेन्द्र भाई आदि मौजूद रहे। गीता जयंती धूमधाम से मनायी
संस, हाथरस : श्री अक्रूर मार्ग घंटाघर स्थित मंदिर गोविद भगवान में गीता जयंती धूमधाम से मनाई गई। भक्तों ने गीता की पूजा अर्चना, महाआरती व प्रसाद वितरण भी किया। मंदिर अध्यक्ष प्रदीप गुप्ता तथा मंदिर प्रबंधक शैलेंद्र सर्राफ ने कहा कि गीता जयंती हिदुओं के पावन ग्रंथ भागवत गीता का जन्म दिन है। कुरुक्षेत्र में भगवान कृष्ण ने अर्जुन को भागवतगीता सुनाई थी। गीता हमें ज्ञान देकर, दुख, लोभ और अज्ञानता से बाहर निकलने की प्रेरणा देती है। मंदिर महामंत्री बांके बिहारी तथा कोषाध्यक्ष शशांक गुप्ता ने कहा कि गीता एक मात्र ऐसा ग्रंथ है जिसकी जयंती मनाई जाती है, क्योंकि इसका जन्म भगवान विष्णु के अवतार श्रीकृष्ण के मुख से हुआ। गीता विश्व कल्याण का उपदेश है इस अवसर पर अध्यक्ष प्रदीप गुप्ता, शैलेंद्र सर्राफ, बांके बिहारी, गोविद गुप्ता, सुमित वाष्र्णेय, प्रफुल्ल वाष्र्णेय, तरुण पंकज, आसू वाष्र्णेय, मुकेश गुप्ता आदि उपस्थित थे।