डा. अविन को प्रत्याशी बना बसपा ने खेला बड़ा दांव
रामवीर के धुर विरोधी हैं बसपा नेता अविन शर्मा सादाबाद में दिलचस्प हुए सियासी समीकरण।
जासं, हाथरस : भाजपा को छोड़ बसपा में शामिल हुए डा. अविन शर्मा को प्रत्याशी बनाकर बसपा ने बड़ा दांव चला है। रामवीर के धुर विरोधी डा. अविन शर्मा के मैदान में आने के बाद सादाबाद विधानसभा सीट के सियासी समीकरण दिलचस्प हो गए हैं। रालोद-सपा के गठबंधन के कयासों के बीच अब भाजपा किसे प्रत्याशी बनाती है, इस पर सभी की नजरें टिकी हैं।
पिछले चुनाव में बसपा ने सादाबाद सीट पर ब्राह्मण चेहरे के रूप में रामवीर उपाध्याय को मैदान में उतारा था। उन्होंने जीत दर्ज की थी। अब रामवीर बसपा से निलंबित चल रहे हैं। बसपा ने अविन शर्मा को टिकट दे दी है। वह रामवीर के धुर विरोधी कहे जाते हैं। दरअसल जिला पंचायत चुनाव में वार्ड 14 से डा. अविन शर्मा भाजपा से पत्नी को चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रहे थे। उनकी पत्नी की टिकट काटकर भाजपा ने रामवीर उपाध्याय के भाई पूर्व एमएलसी मुकुल उपाध्याय की पत्नी रितु उपाध्याय को प्रत्याशी बना दिया था। इसके बाद ही डा. अविन शर्मा बागी हो गए थे। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी के रितु उपाध्याय के सामने अपनी पत्नी को निर्दलीय मैदान में उतार दिया था। इसी वार्ड से रामवीर उपाध्याय की पत्नी सीमा उपाध्याय भी निर्दलीय चुनाव लड़ी थीं और जीत दर्ज की थी। डा. अविन शर्मा को भाजपा ने निष्कासित कर दिया था। हालांकि बाद में उनका निष्कासन निरस्त कर दिया गया था, लेकिन वह बसपा में चले गए। वह सादाबाद से टिकट की तैयारी कर रहे थे। बसपा ने ब्राह्मण चेहरे के रूप में रामवीर की जगह उन्हें तवज्जो दी है। ऐसे में सादाबाद में मुकाबला दिलचस्प हो गया है। सपा-रालोद गठबंधन भी तय हो चुका है। ऐसे में भाजपा जातीय समीकरण को देखते हुए प्रत्याशी मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है। भाजपा से रामवीर उपाध्याय या उनके परिवार से टिकट दिया जाता है तो यहां मुकाबला रोमांचक होने के आसार हैं। भीड़ देख गद्गद दिखे नेता
रामवीर उपाध्याय के बसपा से निलंबन के बाद हाथरस में बसपा के सम्मेलनों में भीड़ काफी कम देखने को मिल रही थी। बुधवार को सादाबाद में हुए कार्यकर्ता सम्मेलन में पार्टी कार्यकर्ताओं की अच्छी खासी भीड़ थी। इससे नेता गद्गद दिखे।