टूटा कोरोना काल का सन्नाटा, गूंजी शहनाई
अब पाबंदियां हटने से बैंडबाजों के साथ गूंजने लगी जगह-जगह शहनाई गेस्ट हाउस व फार्म हाउस एडवांस में बुक रहे।
संवाद सहयोगी, हाथरस : वैवाहिक आयोजनों के लिए भी देवोत्थान एकादशी का पर्व खुशी बनकर आया है। इस दिन से वैवाहिक व मांगलिक आयोजन शुरू हो गए। कोरोना काल में पैदा हुआ सन्नाटा भी बैंडबाजों व शहनाई की गूंज से टूट गया। इस दिन अनसूझे विवाह धूमधाम से किए गए।
देवोत्थान एकादशी पर देवों के जागरण के साथ ही शुभ कार्य शुरू हो गए। विधि-विधान के साथ तुलसी और शालिग्राम का विवाह संपन्न कराया गया। इसके साथ ही धूम-धड़ाके और आतिशबाजी के साथ वैवाहिक आयोजन शुरू हो गए।
वर्ष 2020 में कोरोना काल शुरू होते ही वैवाहिक आयोजनों पर ग्रहण लग गया था। सीमित संख्या में नियमों का पालन करते हुए शादियों के आयोजन हो रहे थे। इस साल हर तरह की पाबंदी हटने से वैवाहिक आयोजन भी धूम-धड़ाके से हो रहे हैं।
गेस्ट हाउसों में लौटी रौनक
देवोत्थान एकादशी से विवाह व मांगलिक कार्य शुरू होने से सारे गेस्टहाउसों में रौनक दिखी।
धर्माचार्यों के अनुसार नवंबर व दिसंबर में 12 से अधिक वैवाहिक आयोजन के लिए शुभ मुहूर्त हैं। शहर से लेकर देहात तक के सभी गेस्ट हाउस रंगीन रोशनियों व भव्य सजावट से रोशन थे। बुकिग एडवांस में होने से संचालक भी खुश हैं। अप्रैल तक बुक बैंडबाजे और हलवाई
इस बार वैवाहिक व मांगलिक कार्यक्रमों की धूम रहेगी। देवोत्थान एकादशी से यह आयोजन शुरू हो गए। जिले में देहात सहित 100 से अधिक बैंडबाजे वाले हैं। इनपर अगले साल अप्रैल तक की एडवांस बुकिग हो चुकी हैं। इसी के साथ कैटर्स, टेंट हाउस, हलवाई, फूलवाले, बग्घी, घोड़ी, सजावट वालों ने भी वैवाहिक कार्यक्रम के लिए पहले से ही बुकिग ले रखी हैं।