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कोरोना के बहाने इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन की कालाबाजारी

उत्पादन कम और मांग अधिक होने के कारण ऐसा हुआ दामों में तीन गुना तक हुई बढ़ोतरी

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Sep 2020 12:59 AM (IST)Updated: Sat, 19 Sep 2020 12:59 AM (IST)
कोरोना के बहाने इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन की कालाबाजारी
कोरोना के बहाने इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन की कालाबाजारी

जासं, हाथरस : कोरोना संक्रमण के बाद कोरोना संक्रमित रोगियों के इलाज के बहाने इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन गैस के दाम भी तीन गुना तक बढ़ गए हैं। इससे उत्पाद पर लागत भी बढ़ गई है। कालाबाजारी का आलम में यह है कि एडवांस देने के बावजूद मेटल मूर्ति निर्माताओं को गैस नहीं दी जा रही है।

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जनपद में इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन गैस का प्रयोग हार्डवेयर, ब्रासवेयर, हैंडीक्राफ्ट उद्योगों से जुड़े उद्यमी के अलावा गैस वेल्डिग व डेंटर इस्तेमाल करते हैं। कोरोना संक्रमण फैलने से पूर्व इंडस्ट्रियल आक्सीजन गैस का सिलिडर 270-350 रुपये में मिल रहा था। इमरजेंसी, आइसीयू के अलावा कोविड हॉस्पिटल में ऑक्सीजन गैस की भी जरूरत पड़ती है। कोरोना संक्रमण के दौरान गैस की उपयोगिता बढ़ गई। बाजार से मिली जानकारी के मुताबिक इसका फायदा इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति करने वालों ने उठाया। लगातार गैस के दाम बढ़ते चले गए। अब दाम नौ सौ रुपये से लेकर एक हजार तक पहुंच गया।

महंगाई की वजह : मेडिकल में प्रयोग होने वाली गैस के दाम बढ़ने के साथ इसके दाम भी बढ़ते चले गए। गैस कारोबार से जुड़े उद्यमियों का कहना है कि जिनसे हम गैस लेते हैं वे सप्लाई नहीं दे रहे हैं। यहां तक बहाना लगा रहे हैं कि प्लांट के रखरखाव के कारण गैस का उत्पादन नहीं हो पा रहा है। यह भी जानकारी मिल रही है कि कोरोना संक्रमण के कारण गैस की खपत अधिक होने के कारण इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन गैस भी महंगी हो गई है।

असर : गैस की कीमत बढ़ने से उत्पाद निर्माण में लागत भी बढ़ गई है। हार्डवेयर, ब्रासवेयर व हैंडीक्राफ्ट में एलपीजी गैस के साथ इसका इस्तेमाल किया जाता है। निर्माताओं का कहना है कि गैस कम मिल रही है। लागत भी बढ़ गई है। इसका असर काम पर भी पड़ रहा है। इनकी सुनो

कोरोना संक्रमण से पहले गैस सस्ती थी। अब लगातार गैस के दाम बढ़ते जा रहे हैं। इसका असर निर्माण कार्य पर पड़ रहा है। मजबूरी में महंगी लेनी पड़ रही है।

-नरेश चंद्र वर्मा, अध्यक्ष हैंडीक्रॉफ्ट्स एसोसिएशन एडवांस देने के बावजूद गैस नहीं मिल रही है। डिस्ट्रीब्यूटर गैस देने में मना कर रहे हैं। कम गैस मिलने से कारोबार पर असर पड़ रहा है। कोरोना संक्रमण के कारण इसके भी दाम बढ़ गए हैं।

प्रमोद वर्मा, मूर्ति निर्माता प्लांट पर गैस नहीं आ रही है। इससे रिफिल नहीं हो पा रही है। यह भी कहा जा रहा है कि प्लांट का रखरखाव चल रहा है। इसके कारण गैस की आपूर्ति नहीं हो पा रही है।

-मुकेश चौहान, चौहान गैस एजेंसी


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