फर्जी केसीसी लोन मामले में बैंक कर्मी उठाए
आठ साल पहले हाथरस जंक्शन की केनरा बैंक से हुआ था लोन - मार्च 201
जागरण संवाददाता, हाथरस: फर्जी तरीके से केसीसी लोन लेने के मामले में बुधवार को हाथरस जंक्शन पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया। इनमें बैंक कर्मी भी शामिल हैं। जंक्शन स्थित केनरा बैंक में यह फ्राड हुआ था। पिछले साल लोन माफी के दौरान इस फ्राड की जानकारी हुई, जिसके बाद बैंक प्रबंधक ने मुकदमा दर्ज कराया था।
हाथरस जंक्शन के गांव मोहारी के रहने वाले राजीव सिंह पुत्र भोजराज के नाम पर सितंबर 2011 में लोन हुआ था। राजीव का खाता केनरा बैंक में था, लेकिन उन्हें इस लोन की जानकारी नहीं थी। पिछले साल सरकार ने एक लाख तक के लोन माफी की घोषणा की। इसके बाद बैंक से राजीव को फोन पर लोन माफी की सूचना दी गई। इस पर राजीव हैरान रह गए। उन्होंने किसी भी तरह के लोन लेने की बात से इंकार किया। इसके बाद वे बैंक भी गए और लिखित में दिया कि उन्होंने कोई लोन नहीं लिया है। पता और फोटो दोनों फर्जी
बैंक प्रबंधक ने केसीसी एकाउंट चेक किया तो उसमें फोटो किसी और का था तथा पते के लिए लगाया वोटर कार्ड भी फर्जी था। इस पर 28 मार्च 2018 को तत्कालीन बैंक प्रबंधक विवेकानंद मिश्रा ने धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। तब से यह विवेचना अधर में लटकी थी। मुकदमा लिखवाने वाले प्रबंधक का स्थानांतरण अरुणाचल प्रदेश हो चुका है। अधिकारियों की सख्ती पर अब पुलिस इस केस में सक्रिय हुई है। एक सप्ताह से मामले में गहनता पूर्वक छानबीन की जा रही है। बुधवार को जंक्शन पुलिस केनरा बैंक पहुंची। यहां चपरासी से लेकर प्रबंधक से पूछताछ की गई। इसके बाद कुछ लोगों को शक पर हिरासत में लिया गया। वहीं बाहर के भी कुछ लोग हिरासत में लिए गए हैं। केसीसी एकाउंट के परिचायक को भी पुलिस ने पकड़ा है तथा उससे पूछताछ की जा रही है। एसएचओ मनोज शर्मा ने बताया कि जल्द ही घटना का पर्दाफाश किया जाएगा।