'अटल जी भारती के पूत थे, वे हिन्दुत्व के दूत थे'
संसू, हाथरस : सिकंदराराऊ में रेलवे रोड स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिह
संसू, हाथरस : सिकंदराराऊ में रेलवे रोड स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की स्मृति में काव्यांजलि समारोह का आयोजन किया गया जिसमें कवियों ने कविताओं के माध्यम से भावांजलि दी।
अध्यक्षता मुफ्ती सिंह पहलवान ने तथा संचालन भाजपा बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष कवि ओमप्रकाश सिंह एडवोकेट ने किया। मुख्य अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष गौरव आर्य तथा विशिष्ठ अतिथि विधायक वीरेन्द्र सिंह राणा ने दीप जलाकर तथा अटल जी के चित्र पर माल्यार्पण कर शुभारंभ किया। राणा ने कहा कि अटल जी ने राष्ट्र को नई दिशा देने का काम किया। वह जननेता थे। विपक्ष में रह कर भी राष्ट्रवादी सोच के साथ जीवन पर्यन्त संघर्ष किया। बलवीर सिंह पौरुष ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। कवि जयप्रताप ने सुनाया, 'हे अटल तुम हो अटल, छवि सदा रहेगी आपकी, तुम हजारी जान थे, जा भारती मा आपकी।' कवि प्रेम सिंह 'प्रेम' ने सुनाया, 'अटल जी पार्टी की आन बान शान थे, भाजपा के नाम की वह पहचान थे।' भद्रपाल सिंह चौहान ने सुनाया, 'अटल बिहारी अमर हो गये, गीता के यदुवीर हो गए।' चन्द्रभान सिह एडवोकेट ने सुनाया, 'कमल था तुमको अधिक प्यारा, कुर्ता धोती का शौक न्यारा।'
ओमप्रकाश सिंह एडवोकेट ने सुनाया, 'अटल जी भारती के पूत थे, वे हिन्दुत्व के दूत थे, वो आन बान शान थे, भारत महान थे।' कवि देवेश सिसौदिया, देवेन्द्र दीक्षित शूल, प्रमोद विषधर, कमला माहेश्वरी कमल, विश्राम सिंह यादव, रामनिवास यादव, मुनि सिसौदिया आदि ने भी काव्यपाठ किया। इस अवसर पर पूर्व विधायक सुरेश प्रताप गाधी, संतोष पुण्ढीर, उपेन्द्र वाष्र्णेय, पंकज गुप्ता, विनोद गुप्ता, वरूण माहेश्वरी, नीरज वैश्य, सतीश गुप्ता, शिशुपाल सिंह पुण्ढीर, मीरा माहेश्वरी, श्रीकात त्रिवेदी, रंजीत सिंह पौरुष, जयपाल सिंह चौहान, कृष्णा यादव, मुनिपाल सिंह, श्यौराज सिंह, महेन्द्र सिंह, कमलनयन वाष्र्णेय, राजवीर कुशवाह, रमेश पाल सिंह, गंगाराम कुशवाह, महेन्द्र ंिसंह, विजयवीर सिंह, विजेन्द्र फौजी, आदि मौजूद थे।