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आंगनबाड़ी केंद्रों पर फर्जीवाड़े की आशंका

बड़ी संख्या में ब'चों का डाटा आधार कार्ड से अटैच नहीं, सीडीओ कराएंगे जांच

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Nov 2018 12:45 AM (IST)Updated: Tue, 20 Nov 2018 12:45 AM (IST)
आंगनबाड़ी केंद्रों पर फर्जीवाड़े की आशंका
आंगनबाड़ी केंद्रों पर फर्जीवाड़े की आशंका

जागरण संवाददाता, हाथरस : प्रदेश में कई आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों की सूची में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। जनपद के आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी फर्जीवाड़े की आंशका है। यहां पंजीकृत कई बच्चों-महिलाओं के रिकार्ड आधार से अटैच नहीं हैं। जनपद में प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी ने इस बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं दी लेकिन सीडीओ ने बताया कि फर्जीवाड़े की आशंका को देखते हुए वह सभी केंद्रों के डाटा की जांच कराएंगे। यदि कहीं कोई दोषी मिलता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

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जनपद के सात ब्लाक क्षेत्र में कुल 1712 आंगनबाड़ी केंद्र हैं। केंद्रों पर 39,142 गर्भवती महिलाओं समेत कुल 1,62,421 बच्चे पंजीकृत हैं। इनमें 1,27,975 सामान्य, 29,117 कुपोषित व 5329 अतिकुपोषित बच्चों की संख्या है। केंद्रों पर तीन वर्ष तक के 86,091 बच्चे पंजीकृत हैं, इनमें अक्टूबर में 69,605 को केंद्र पर लाभ दिया गया। तीन से छह वर्ष तक के 71,885 बच्चे केंद्र पर पंजीकृत हैं। इनमें से अक्टूबर तक 46099 शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। केंद्रों के रखरखाव पर सरकार लाखों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन इन केंद्रों की स्थिति कुछ और ही है। सूत्रों के मुताबिक जनपद में पंजीकृत बच्चों के आंकड़ों के डाटा में कई के आधार से ¨लक नहीं हैं। कई पंजीकृत तो हैं, लेकिन उनका अता-पता नहीं है। ईमानदारी से जांच होगी तो जनपद के कई आंगनबाड़ी केंद्रों का काला चिट्ठा भी खुलेगा। बदहाल हैं केंद्रों की स्थिति

सिकंदराराऊ : कस्बे में बच्चों को कुपोषण दूर करने के लिए स्थापित आंगनबाड़ी केंद्र स्वयं कुपोषित हैं। कहीं केंद्रों पर कमरा नहीं तो बच्चों की उपस्थिति पूरी नहीं है। ग्राम पंचायत अल्लेपुर में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र सोमवार को बंद मिला। लश्करगंज में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र पर मिलीं सहायिका शकुंतला देवी ने बताया कि केंद्र पर कुल 48 बच्चे पंजीकृत हैं। बच्चों को बैठाने के लिए केंद्र में अलग से कोई कक्ष नहीं है। प्राथमिक विद्यालय में बच्चों के साथ ही बैठाना पड़ता है। केंद्र में सोमवार को 20 बच्चे उपस्थित थे। इसी गांव के महामाई सलावत नगर में स्थापित केंद्र पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता विमलेश व सहायिका अमिता उपस्थित थीं। यहां कुल 90 बच्चे पंजीकृत हैं, लेकिन 10 बच्चे ही केंद्र पर सोमवार को पहुंचे। ग्राम वीरनगर में पांच साल से नहीं कार्यकर्ता की तैनाती

सासनी : गांव वीरनगर के आंगनबाड़ी केंद्र में पांच साल से कार्यकर्ता की तैनाती नहीं है। सहायिका के भरोसे केंद्र संचालित है। लेखा-जोखा भी केंद्र पर व्यवस्थित नहीं है। सहायिका कौशल्या ने बताया कि केंद्र पर 45 गर्भवती महिलाएं पंजीकृत हैं। छह से तीन माह के करीब 54 व तीन से छह वर्ष के 65 बच्चे पंजीकृत हैं।

वर्जन

यूपी में कई आंगनबाड़ी केंद्रों में फर्जीवाड़े व सरकारी घन के दुरुपयोग की जानकारी के बाद जनपद में आंगनबाड़ी केंद्रों की जांच कराई जा रही है। दो दिन में जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट होगा कि जनपद में कहीं भ्रष्टाचार है या नहीं।

-एसपी ¨सह, मुख्य विकास अधिकारी, हाथरस


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