इमामबाड़ा की जमीन का फर्जी कागज बना बेचने का प्रयास
पुलिस को तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराने की मांग पुलिस ने काम रुकवाकर दोनों पक्षों से दस्तावेज मांगे।
संसू, हाथरस : सिकंदराराऊ कस्बे के पुरानी तहसील रोड फारुखियान वाली गली स्थित मस्जिद के समीप इमामबाड़े की जमीन के फर्जी कागजात बनाकर उस पर कब्जा करके बेचने का प्रयास किया गया। उसके बाद निर्माण कार्य शुरू करने पर मुस्लिम समाज के ही दो पक्ष आमने-सामने आ गए। इस मामले में एक पक्ष ने पुलिस को तहरीर दी है।
रविवार की सुबह इस जमीन पर कब्जा करके दीवार बनाने का कार्य कराया जा रहा था, तभी मोहल्ले के लोग एकत्रित हो गए। भीड़ जुटने लगी तो मुतवल्ली अमान ने 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी। पुलिस की चेतावनी के बाद काम रुकवा दिया गया। कुछ समय बाद दूसरे पक्ष ने निर्माण कार्य पुन: चालू करा दिया। कोतवाल के निर्देश पर कोबरा बाइक पुलिस ने चेतावनी देकर काम फिर बंद कराया। लोगों ने बताया कि यह जगह इमामबाड़े की है। निर्माण कार्य कराने वालों ने ही हंगामा खड़ा कर दिया। इस मामले में मस्जिद फारुखियान शकूर हलवाई वाली गली के मुतवल्ली अमान पुत्र मो.रफी निवासी मोहल्ला मटकोटा ने तहरीर देते कहा है कि वक्फ संख्या 104 मस्जिद वाली जमीन को समाज के दो नामजद युवकों को काफी समय पहले रहने के लिए दे दिया था। जिस जमीन पर नामजद भाइयों ने कब्जा कर उसके फर्जी कागजात बनाकर उसको बेचने का प्रयास किया। उन दोनों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
फारुखी समाज के अध्यक्ष फैजान भारती ने बताया है कि यह मकान फारूखी समाज के इमामबाड़े की जमीन में बना है, जिसमें दोनों भाइयों की गरीबी को देखते हुए इनको रहने के लिए दे दिया गया था, लेकिन इन्होंने फर्जी कागजात बनाकर उसको बेचने का प्रयास किया, जो बिल्कुल गलत है। इसका समाज के लोगों ने कोतवाली पुलिस के सामने विरोध किया। भारती ने कहा है मस्जिद व इमामबाड़े की इस जमीन के अलावा दूसरी जमीन भी है, जिसको भी शीघ्र खाली कराया जाएगा। मुख्यमंत्री व जिलाधिकारी से मांग की है कि वक्फ की जमीन को खाली कराकर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
कोतवाल अशोक कुमार सिंह का कहना है कि मौके पर पहुंचकर पुलिस ने निर्माण कार्य रुकवा दिया है। दोनों पक्षों से कागजात मांगे जा रहे हैं।