इटावा में पढ़ाई के दौरान ही हाथरस में की नौकरी
जिला प्रोबेशन कार्यालय के कर्मचारी के बेटे की करामात कारस्तानी शिकायत के बाद एसडीएम ने की जांच तो मिली वित्तीय अनियमितता अब डीएम को भेजी जाएगी आख्या जल्द ही हो सकती है कार्रवाई
जासं, हाथरस : जिला प्रोबेशन कार्यालय के एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के बेटे की कारस्तानी सामने आई है। इटावा में पढ़ाई करते हुए वह चार साल से हाथरस के जिला प्रोबेशन कार्यालय में नौकरी कर रहा है। इसकी शिकायत के बाद एसडीएम ने जांच की तो गड़बड़ी सामने आई। अब जिलाधिकारी के स्तर से इस मामले में कार्रवाई की जा सकती है।
गांव कुंवरपुर निवासी राकेश कुमार ने जिलाधिकारी से इस मामले में शिकायत की थी। शिकायत में बताया था कि प्रोबेशन कार्यालय में रामजी वर्मा केयर टेकर पद पर तैनात हैं। उनका बेटा अक्षय वर्मा वर्ष 2014 से इटावा के एक महाविद्यालय में बीएससी की पढ़ाई कर रहा था। यह महाविद्यालय छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर से संबद्ध है। बीएससी की पढ़ाई रेगुलर होती है। पढ़ाई के दौरान ही अक्षय वर्मा वर्ष 2015 से जिला प्रोबेशन कार्यालय में आउटरीच कार्यकर्ता के रूप में तैनात है। आउट सोर्सिंग पर उसकी भर्ती हुई है। अधिकारियों से सेटिग के बाद हर माह हस्ताक्षर से उसका वेतन निकाला जा रहा है। प्रतिमाह आठ हजार रुपये तनख्वाह निकाली गई है। डीएम ने इस मामले में एसडीएम से जांच कराई तो वित्तीय अनियमितता सामने आई। एसडीएम नीतीश कुमार ने बताया कि प्रथम ²ष्टया जांच में वित्तीय अनियमितता मिली है। रेगुलर पढ़ाई करते हुए यहां एक जनवरी 2015 से लगातार हस्ताक्षर करके तनख्वाह निकाली गई है। इस प्रकरण की जांच आख्या एक-दो दिन में डीएम को प्रेषित करूंगा। खुद बड़े बाबू की तरह
नौकरी करता है कर्मी
शिकायतकर्ता के अनुसार रामजी वर्मा चतुर्थ श्रेणी के केयर टेकर के पद पर तैनात है, लेकिन अधिकारियों के सह पर वह बड़े बाबू के रूप में नौकरी करता है। अधिकारियों की मिलीभगत से ही उसके बेटे की तनख्वाह लगातार निकाली जा रही है। विभाग में लगातार वित्तीय अनियमितता और भ्रष्टाचार के कार्य किए जा रहे हैं। इनका कहना है
इस मामले में शिकायत मिली है। जिसकी जांच एसडीएम सदर द्वारा कराई गई है। एसडीएम की जांच आख्या के आधार पर जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-प्रवीण कुमार लक्षकार, डीएम हाथरस