लोकसभा चुनाव के लिए मांगीं पैरामिलिट्री की 24 कंपनियां
फोर्स को ठहराने के लिए 70 स्कूल-कॉलेज चिह्नित ब्लर्ब- पुलिस ने शुरू की तैयारियां पानी व शौचालय से लेकर मूलभूत सुविधाएं जुटाने में लगे अफसर
जागरण संवाददाता, हाथरस : आचार संहिता लगने से पहले ही शासन-प्रशासन ने लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस क्रम में पुलिस अधिकारियों ने जिले में सकुशल चुनाव संपन्न कराने के लिए 24 कंपनियां सेंट्रल पैरा-मिलिट्री फोर्स (सीपीएमएफ) की मांगी है। इनके लिए ठहरने का इंतजाम भी किया जा रहा है। जिले के सभी थाना प्रभारियों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
भारी मात्रा में मांगा फोर्स :
लोकसभा चुनाव-2014 में जिले को सीपीएमएफ की 9 कंपनियां मिली थीं। एक कंपनी में लगभग सौ जवान होते हैं। पिछली बार मांग अधिक की गई थी, लेकिन फोर्स कम मिला था। इस बार बूथों की संख्या व जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए 24 कंपनी मांगी गई हैं। इस बार लगभग 1,311 बूथों में चुनाव होने हैं। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए इतनी कंपनी की डिमांड भेजी गई है। पैरा-मिलिट्री फोर्स के अलावा सिविल पुलिस भी चुनाव में लगेगी। आचार संहिता लगने के बाद जब चुनाव के चरण निर्धारित हो जाएंगे, तब सिविल पुलिस की डिमांड भेजी जाएगी। सुरक्षा के लिहाज व शुचिता पूर्ण चुनाव के लिए बूथों पर बाहरी फोर्स को ही तैनात किया जाता है।
थानेदारों को दी जिम्मेदारी :
दो दिन पहले तीन घंटे चली क्राइम मीटिग में पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ शंकर मीना ने सभी थाना प्रभारियों को उनकी जिम्मेदारी से रूबरू करा दिया है। फोर्स को ठहरवाने व उनकी सुविधाओं को लेकर अधिकारियों को शासनादेश प्राप्त हो चुका है। बड़ी संख्या में बाहरी फोर्स आने के कारण अभी से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। एसपी ने थाना प्रभारियों को ठहरने व अन्य इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। इस क्रम में थाना प्रभारियों ने क्षेत्र में भागदौड़ शुरू कर दी है। पुलिस स्कूल व कॉलेजों के चक्कर काट रही है। जिले में 70 स्थान चिह्नित
अपर पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ वर्मा ने बताया कि फोर्स के ठहरने के लिए जिले में लगभग 70 स्कूल-कॉलेज चिह्नित कर लिए गए हैं। इनमें पानी व शौचालय की व्यवस्थाएं देखी जा रही हैं। इस बार एक स्कूल, कॉलेज या धर्मशाला में तीन बैरक (हॉल) की जगह छह बैरक तथा छह के स्थान पर दस शौचालय की व्यवस्था रखने की डिमांड रखी गई है। क्राइम मीटिग के बाद से पुलिस अब इसी व्यवस्था में जुटी है।
बनाए जाएंगे शौचालय :
चिह्नित किए गए स्थानों पर शौचालयों की गिनती की जा रही है। जहां शौचालय कम होंगे, वहां अस्थाई शौचालयों का निर्माण कराया जाएगा। इसके लिए बजट भी जारी होगा। पिछली बार के लोकसभा चुनाव में भी यही व्यवस्था हुई थी। फोर्स के ठहरने की जगह पर अतिरिक्त शौचालय बनाए गए थे।