हाथरस के पशु चिकित्सा विभाग में 10 वर्ष में 19.45 लाख का गबन
टीकाकरण के लिए भाड़े और डीजल के भुगतान में घोटाला पकड़ी कारस्तानी चार सीवीओ नौ पशु चिकित्साधिकारी समेत 19 कर्मियों से होगी वसूली
जासं, हाथरस : पशुओं के टीकाकरण के लिए गाड़ियों के भाड़े और डीजल के नाम पर लाखों रुपये के घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। यहां गत 10 वर्ष में 19.45 लाख रुपये का गबन पाया गया है। जिलाधिकारी ने कुल 19 अधिकारियों-कर्मचारियों पर वसूली और दंडात्मक कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा है।
यह घोटाला वर्ष 2008-09 से 2017-18 के बीच किया गया है। जुलाई 2019 में इस संबंध में हुई शिकायत पर डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार ने परियोजना निदेशक जिला ग्राम्य विकास अभिकरण और सहायक कोषाधिकारी से जांच कराई। जांच में सामने आया कि वाहनों के किराये के नाम पर 13.68 लाख रुपये और डीजल के लिए 5.77 लाख रुपये का गलत तरीके से भुगतान कर सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया है। इन 10 वर्षाें में यहां तैनात रहे चार मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, नौ पशु चिकित्साधिकारी, सहायक लेखाकार समेत कुल 19 विभागीय लोग उत्तरदायी पाए गए हैं। जिलाधिकारी ने जांच आख्या प्रमुख सचिव पशुधन विभाग को प्रेषित कर जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मियों पर वसूली के विवरण के साथ दंडात्मक कार्रवाई के लिए पत्र भेजा है। इनका कहना है
10 वर्ष में पशुओं के टीकाकरण के लिए वाहनों और डीजल के भुगतान में सरकारी धन का दुरुपयोग पाया गया है। इसकी वसूली और दंडात्मक कार्रवाई के लिए प्रमुख सचिव पशुधन विभाग को पत्र लिखा है।
-प्रवीण कुमार लक्षकार, डीएम हाथरस।