आपराधिक प्रवृत्ति के 173 लोग होंगे जिले से बाहर
जागरण संवाददाता हाथरस प्रशासन ने जिले में 231 बूथों को क्रिटिकल की श्रेणी में रखा है। इनक
जागरण संवाददाता, हाथरस: प्रशासन ने जिले में 231 बूथों को क्रिटिकल की श्रेणी में रखा है। इनके अलावा 73 वल्नरेबल क्षेत्र हैं, जहां दबंगों की हनक से चुनाव प्रभावित रहने की आशंका रहती है। इनमें 173 लोगों को चिह्नित किया गया है, जिनसे चुनाव पर प्रभाव पड़ता है। इन लोगों को प्रशासन जिले से बाहर का रास्ता दिखाने वाला है। यानी इनके खिलाफ जिला बदर की कार्रवाई की जाएगी।
589 लोग हैं प्रभावित
वल्नरेबल क्षेत्रों में ऐसे 589 लोग पाए गए हैं, जो दबंगों के कारण वोट डालने से डरते हैं। इन्हें धमकाया जाता है। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने इनसे व्यक्तिगत संपर्क किया है और उन लोगों को चिह्नित किया है, जो इलाके के दबंग हैं तथा वे चुनाव प्रभावित करते हैं। इस आधार 173 लोगों की सूची तैयार हुई है। इन पर कार्रवाई के साथ प्रभावित लोगों को सुरक्षा का आश्वासन दिया जा रहा है। इन क्षेत्रों में अन्य मतदान केंद्रों की अपेक्षा अधिक फोर्स रहेगा। अधिकारी भी लगातार भ्रमण करते रहेंगे और इनके संपर्क में रहेंगे। वल्नरेबल के अलावा पूरे जिले में 2414 दबंगों को चिह्नित किया गया है, जिन्हें पाबंद किया जा रहा है।
अपराधियों का सत्यापन
पुलिस अधीक्षक ने सभी थाना प्रभारियों को जिले में पिछले 10 साल में सामने आए अपराधियों के सत्यापन के निर्देश दिए हैं। शुक्रवार से सत्यापन काम शुरू कर दिया गया है। इसके लिए अपराधियों की सूची तैयार कर ली गई। अपराधियों के घर व पड़ोस से पुलिस उनकी सक्रियता की जानकारी करेगी।
पोलिग बूथों का निरीक्षण
थाना प्रभारियों को पुलिस अधीक्षक ने मतदान केंद्रों के निरीक्षण की भी जिम्मेदारी दी है। मतदान केंद्रों में बूथों की संख्या, बाउंड्री, बिजली, पेयजल, शौच की व्यवस्था देखी जा रही है। यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि मतदान केंद्र तक पहुंचने का रास्ता ठीक है या नहीं। निरीक्षण के बाद रोज शाम को अधिकारी फीडबैक लेते हैं और फिर उस अनुसार मतदान केंद्र पर व्यवस्था की जा रही है।
नपेंगे ग्रुप एडमिन
चुनाव को लेकर सोशल मीडिया पर भी शिकंजा कसा जा रहा है। डीजीपी ने वॉट्सएप पर चलने वाले ग्रुप के लिए भी निर्देश जारी किए हैं। एएसपी सिद्धार्थ वर्मा ने बताया कि आचार संहिता का उल्लंघन करने पर संदेश भेजने वाले व्यक्ति के साथ-साथ ग्रुप एडमिन पर भी कार्रवाई जाएगी। इसके साथ ही अफवाह व कानून व्यवस्था को प्रभावित करने वाले संदेश वायरल करने पर भी सदस्य के साथ ग्रुप एडमिन नपेंगे।