17 हजार में मिली दुल्हन, दो घंटे ही टिकी
सादाबाद में गुपचुप हुई थी शादी बिचौलिये को ग्रामीणों ने पकड़कर धुना ब्लर्ब- कुरसंडा के व्यक्ति की हाथरस निवासी युवती के साथ 13 मई को हुई थी शादी
संवाद सूत्र, हाथरस : हाथरस की एक युवती की शादी 13 मई को सादाबाद कोतवाली क्षेत्र के कुरसंडा निवासी दो गुनी उम्र के व्यक्ति के साथ हुई थी। इस शादी के बदले दुल्हन के परिजनों को कथित तौर पर 17 हजार रुपये दिए गए थे मगर दूल्हा पसंद न आने पर दुल्हन शादी के दो घंटे बाद ही रफूचक्कर हो गई। बुधवार को बिचौलिया एक और युवती को शादी के लिए गांव ले गया तो अधेड़ का पारा चढ़ गया। ग्रामीणों ने बिचौलिये को धुन डाला और पुलिस के हवाले कर दिया, मगर लिखित शिकायत नहीं की गई।
कुरसंडा निवासी 50 वर्षीय शख्स की शादी कांशीराम कालोनी, हाथरस की 26 वर्षीय युवती के साथ सादाबाद बस स्टैंड के पास चंद लोगों की मौजूदगी में गुपचुप तरीके से हुई थी। गांव के ही एक शख्स ने यह शादी खोंडा हजारी, हाथरस के बिचौलिये के माध्यम से युवती के परिजनों को 17 हजार रुपये देकर कराई थी। शादी के बाद अधेड़ विवाहिता को लेकर घर पहुंचा। दो घंटे बाद ही युवती शौच जाने के बहाने घर से निकली और फिर लौटकर नहीं आई।
बाद में अधेड़ और बिचौलिये ने विवाहिता की काफी तलाशा मगर उसका कोई पता नहीं चला। बुधवार को अधेड़ ने दूसरी शादी करवाने के बहाने से बिचौलिए को गांव बुलवाया। बिचौलिया रमनपुर की एक महिला और उसकी बेटी को साथ लेकर गांव पहुंच गया। सादाबाद में उसकी शादी की तैयारी की जा रही थी कि सूचना पर पहुंचे मीडियाकर्मियों के साथ भी उन लोगों का विवाद हो गया। मारपीट के बाद बिचौलिया और उसके साथ मौजूद महिला व युवती को पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस ने मारपीट करने के आरोप में हाथरस के बिचौलिये के भतीजे को भी हिरासत में ले लिया। पुलिस ने महिला व उसकी बेटी को छोड़ दिया है। पकड़े गए बिचौलिए से पूछताछ की जा रही है। समाचार लिखे जाने तक कोई तहरीर नहीं दी गई थी जिसके कारण पुलिस ने किसी को गिरफ्तार नहीं किया था।
और लौट गई दो
दूल्हों की बरात
संसू, सासनी : कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में दो दूल्हों की बरात बैरंग लौटने की चर्चा है। हालांकि इस मामले में वर और वधू पक्ष के लोग खुलकर कुछ भी नहीं कह रहे। पुलिस को मामले की जानकारी नहीं है। चर्चा है कि एक व्यक्ति ने अपनी दो बेटियों की शादी इगलास तहसील के एक गांव में तय की थी। सोमवार को सासनी क्षेत्र के एक गांव में बरात आना तय थी। निर्धारित समय पर बरात गांव में आई। ग्रामीणों ने जोशीला स्वागत किया, मगर जैसे ही बरात चढ़ी और दरवाजे पर पहुंची और वरमाला के लिए दुल्हनों को लाया गया तो दुल्हनों ने अज्ञात कारणों से शादी करने से इन्कार कर दिया। इससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई। बात बिगड़ती देख ग्रामीणों ने पंचायत की। देर तक माथापच्ची के बाद कोई नतीजा नहीं निकला। हाथों पर मेहंदीं लगाए दुल्हनें अपनी जिद पर अड़ी रहीं। हालांकि बरात काफी देर तक गांव में रही मगर युवतियों की जिद के सामने बरात को बैरंग लौटना पड़ा।