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लोक अदालत में 1472 वादों का निस्तारण

लोक अदालत में विभिन्न मामलों के वादों का निस्तारण किया गया

By JagranEdited By: Published: Sun, 14 Jul 2019 12:29 AM (IST)Updated: Sun, 14 Jul 2019 06:26 AM (IST)
लोक अदालत में 1472 वादों का निस्तारण
लोक अदालत में 1472 वादों का निस्तारण

जासं,हाथरस: जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता जनपद न्यायाधीश रमेश चंद्र दिवाकर ने की। इसमें विभिन्न प्रवत्ति के 1472 वादों का निस्तारण किया गया। लोक अदालत में समस्त न्यायिक, बैंक अधिकारी/कर्मचारी, अधिवक्तागण, वादकारीगण उपस्थित रहे।

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जनपद न्यायाधीश रमेश चंद्र दिवाकर की अदालत ने नौ मोटर दुर्घटना प्रतिकर के वादों का निस्तारण कर 44,10,000 रुपया प्रतिकर के रूप में दिलाए गए। 18 सिविल वादों का निस्तारण किया। एडीजे प्रथम आशीष जैन ने तीन मोटर दुर्घटना प्रतिकर वादों का निस्तारण कर 11,25,000 रुपया दिलाते हुए 151 विद्युत अधिनियम के वादों का निस्तारण कर 5,90 लाख रुपया अर्थदंड व 14 फौजदारी वादों का निस्तारण कर तीन हजार रुपया अर्थदंड में वसूले। तीन सिविल वादों का निस्तारण किया। विशेष न्यायाशीध एससीएसटी योगेन्द्र राम गुप्ता ने एक मोटर दुर्घटना प्रतिकर वाद का निस्तारण कर 2,70 लाख रुपया प्रतिकर के रूप में दिलाया। 16 फौजदारी वादों का निस्तारण कर 65 सौ रुपया अर्थदंड के रूप में वसूल कर दो सिविल वादों का निस्तारण किया। प्रधान न्यायाधीश परिवार कल्याण बीडी भारती ने 10 पारिवारिक वादों का निस्तारण किया। वहीं, पांच जोड़े राजी खुशी से अपने घर गये।

एडीजे एफसीटी द्वितीय प्रतिभा सक्सेना ने दो मोटर दुर्घटना प्रतिकर वादों का निस्तारण कर चार लाख रुपये प्रतिकर के रूप में दिलाए। तीन फौजदारी वाद का निस्तारण कर 1500 सौ रुपये वसूले, तीन पारिवारिक तथा दो सिविल वाद का निस्तारण किया। सीजेएम विनय आर्या ने 205 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण कर 41,930 रुपया अर्थदंड के रूप में वसूले। दो वाद धारा 138 एनआइएक्ट का निस्तारित किया। रेखा सिंह, सिविल जज (व0प्र0) के न्यायालय से 14 सिविल वादों का निस्तारण किया गया। योगेन्द्र चौहान एसीजेएम के न्यायालय से 283 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण कर मु0 41,550 रुपये व सुशील कुमार सिंह, सिविल जज (व0प्र0)/एफटीसी के न्यायालय से 75 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण कर 2,050 रुपये अर्थदंड के रूप में वसूले गए। योगेश जैन न्यायिक मजिस्ट्रेट की न्यायालय से 94 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण कर 1,290 रुपये जुर्माना वसूला। मोहम्मद आरिफ, अपर सिविल जज (कप्र)/न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम ने तीन व दीपिका अत्री, अपर सिविल जज ने दो सिविल वादों का निस्तारण किया गया। अबुल कैश, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, सादाबाद ने 44 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण कर 18,550 व ब्रह्मापाल सिंह, न्यायिक मजिस्ट्रेट सादाबाद ने एक सिविल तथा 115 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण कर 19,890,बलराम पवार, सिविल जज(क.प्र.)न्यायिक मजिस्ट्रेट सिकंदराराऊ 63 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण कर 7,700 रुपये जुर्माना वसूला।

इसके अलावा एडीएम ने एक राजस्व , एसडीएम सदर ने 115 लघु आपराधिक, एसडीएम सादाबाद ने 34, एसडीएम सिकंदराराऊ ने 25, एसडीएम सासनी ने 43 वाद निपटाए। तहसीलदार सासनी ने आठ, तहसीलदार सादाबाद ने 22 ,हाथरस ने 17, सिकंदराराऊ ने 20,सहायक आयुक्त स्टांप के न्यायालय से पांच राजस्व वादों का निस्तारण किया गया। सहायक चकबंदी अधिकारी हाथरस के न्यायालय से 44 वादों का निस्तारण किया गया। प्रिलिटीगेशन स्तर पर बैंकों द्वारा कुल 549 मामलों का निस्तारण कर 5,74,76,960 में समझौता किया गया । सभी का आभार प्रकट शिव कुमारी, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा किया गया।


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