सौर ऊर्जा से रोशन हो रहीं गांवों की गलियां
हरदोई आज अक्षय ऊर्जा दिवस है।
हरदोई : आज अक्षय ऊर्जा दिवस है। वर्तमान में बिजली की उपलब्धता आवश्यक आवश्यकता में शामिल हो गई है। बिजली आपूर्ति बाधित होने पर लोगों के घरेलू कामकाज से लेकर औद्योगिक इकाईयों तक में काम ठप होने लगते हैं। ऐसे में सरकार ने सौर ऊर्जा को बढ़ावा दिया है और इस पर अनुदान भी दिया जा रहा है। जिले में पूरा गांव तो नहीं, लेकिन गांव की गलियां सौर ऊर्जा से दूधिया रोशनी से जगमगा रही हैं।
वैकल्पिक ऊर्जा को बढ़ावा दिए जाने के लिए शासन ने सौर ऊर्जा पैनल स्थापना पर अनुदान की भी व्यवस्था दी है, लेकिन पिछले कई वर्षों से व्यक्तिगत सौर ऊर्जा पैनल और सौर ऊर्जा के उपकरणों पर शासन की ओर से कोई लक्ष्य और अनुदान नहीं दिया जा रहा है। शासन ने प्राथमिकता वाली योजनाओं में चयनित गांवों की गलियों में स्ट्रीट लाइट स्थापना पर जोर दिया है। नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग के परियोजना अधिकारी मोहम्मद फारूख का कहना है कि प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत 19 गांवों में 265 और मुख्यमंत्री समग्र ग्राम योजना के 26 गांवों में 290 स्ट्रीट लाइटें लगवाई गई हैं, जो क्रियाशील हैं। रूफटॉप सोलर पैनल योजना अभी नहीं हो सकी साकार : शहरी क्षेत्र में बिजली की मांग और उपलब्धता के गैप को खत्म करने और सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन के लिए शासन ने रूफटॉप सोलर पैनल योजना दी है। इसके लिए विद्युत उपभोक्ताओं को उनके कनेक्शन की क्षमता अनुसार अनुदान पर सोलर पैनल दिए जाने की व्यवस्था दी गई है। जिले में योजना के संचालन का दायित्व पॉवर कारपोरेशन को सौंपा गया है। अभी तक जिले में योजना का शुभारंभ नहीं हो सका है। अधीक्षण अभियंता एनके मिश्रा का कहना है कि शासन से दिशा निर्देश मिलते ही योजना संचालित की जाएगी। बायोगैस संयंत्र की स्थापना पर बंद हुआ अनुदान : वैकल्पिक ऊर्जा के तहत बायोगैस संयंत्र का भी अपना महत्व है। बायोगैस संयंत्र से रसोई में खाना बनाने से लेकर घर को रोशन भी किया जा सकता है। शासन ने अब संयंत्र स्थापना पर अनुदान देना बंद कर दिया है।