दम तोड़ रहीं विज्ञान प्रयोगशालाओं को मिलेगी आक्सीजन
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हरदोई : उच्च प्राथमिक विद्यालयों में दम तोड़ रही प्रयोगशालाओं को अब आक्सीजन मिलेगी। बेसिक शिक्षा विभाग ने तीन वर्ष बाद विद्यालयों की प्रयोगशालाओं को बेहतर बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया है। प्रयोगशालाओं में सहायक उपकरण व लैब एसेसरीज की खरीद की जाएगी, जिसके लिए परिषद स्तर से धनराशि जारी करने की कवायद शुरू हो गई हैं।
जनपद में 1026 जूनियर स्कूल संचालित हैं। बेसिक शिक्षा परिषद ने वर्ष 2016 में प्रत्येक ब्लाक के दो-दो उच्च प्राथमिक विद्यालयों में विज्ञान लैब विकसित करने को निर्देशित किया था, जिसके बाद जिले के 19 ब्लाकों के 38 जूनियर स्कूलों में विज्ञान लैब विकसित हुई, लेकिन अधिकतर प्रयोगशालाओं में उपकरण के अभाव में बच्चे प्रयोग से वंचित रह गए। बच्चों की रुचि विज्ञान की तरफ होने के बावजूद उन्हें अवसर नहीं मिल पाया। इसे देखते हुए परिषद ने तीन वर्ष बाद प्रत्येक ब्लाक के दो-दो जूनियर स्कूलों में संचालित प्रयोगशालाओं में सहायक उपकरणों की कमी को पूरा कराने को निर्देशित किया है। इसके तहत प्रयोगशालाओं में सहायक सामग्री और लैब एसेसरीज उपलब्ध कराई जाएगी। प्रत्येक ब्लाक के दो-दो जूनियर स्कूलों पर खर्च होंगे पांच हजार रुपये : प्रत्येक ब्लाक के दो-दो जूनियर स्कूलों में प्रयोगशालाएं संचालित हो रही है। परिषद ब्लाक के एक स्कूल में सहायक उपकरण एवं लैब एसेसरीज उपलब्ध कराने के लिए 2500 रुपये खर्च करेगी। इस तरह एक ब्लाक के दो स्कूलों पर कुल पांच हजार रुपये, जबकि 19 ब्लाकों के कुल 38 स्कूलों पर 95 हजार रुपये खर्च होंगे। नामांकन में अव्वल जूनियर स्कूल में बनेंगी गणित प्रयोगशाला : बेसिक शिक्षा परिषद ने प्रत्येक ब्लाक के तीन-तीन जूनियर स्कूलों में गणित प्रयोगशाला विकसित करने को निर्देशित किया है। वर्ष 2017-18 में ब्लाक स्तर पर बच्चों का नामांकन कराने में टॉप थ्री की सूची में शामिल होने वाले स्कूलों को मौका दिया जाएगा। चयनित प्रत्येक विद्यालयों में लैब विकसित करने के लिए 2,594 रुपये खर्च होंगे, जिसके तहत सहायक उपकरण की खरीद की जाएगी। यह मिलेंगे उपकरण
विज्ञान प्रयोगशाला के सहायक उपकरण व लैब एसेसरीज के तहत परखनली, बीकर, कीप, स्प्रिट लैंप, छन्ना कागज, तिपाई स्टैंड, लिटमस पेपर, प्रयोगशाला तापमापी, स्प्रिंग तुला, विद्युत घंटी, दंड चुंबक, चुंबकीय सुई, निद्रव दाबमापी, जाली, समतल दर्पण, अवतल दर्पण, उत्तल दर्पण, ड्राई बोर्ड, प्लास्टिक मॉडल , ग्लास स्लैब, आवर्धक, उत्तल व अवतल लेंस एवं कांच का टुकड़ा शामिल हैं। जबकि गणित लैब के लिए ज्यामिति बाक्स, जियो बोर्ड, नापने का फीता, इंच टेप, दीवार घड़ी, बड़े आकार के पासे, विभिन्न गणितीय खेल आदि शामिल हैं। --विज्ञान की प्रयोगशालाओं में सहायक उपकरण और लैब एसेसरीज की उपलब्धता होने के बाद विद्यालय के बच्चे प्रयोग कर सकेंगे। उनका बौद्धिक स्तर बढ़ेगा और उनका ज्ञान बढ़ेगा। गणित प्रयोगशाला बनने से बच्चों के लिए गणित सीखना आसान होगा। धनराशि मिलने के उपरांत प्राथमिकता के आधार पर प्रयोगशाला विकसित करने को कार्य कराया जाएगा।- ---हेमंत राव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, हरदोई