साढ़े पांच साल बाद हुई बरामदगी, अब स्वेच्छा से बेटी के साथ जाएगी मां
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हरदोई: माधौगंज थाना क्षेत्र से करीब साढ़े पांच साल पूर्व गायब हुई 14 साल की किशोरी, साढ़े 19 वर्ष की आयु में बरामद हुई। अब उसकी गोद में तीन वर्ष की बेटी भी है। उसके अपहरण के मामले में तीन लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई थी, जिसमें एक जेल भी जा चुका है, लेकिन अब बरामदगी में मामला दूसरा निकला। तीनों की नामजदगी गलत पाई गई।
माधौगंज क्षेत्र की वर्षीय किशोरी 25 मई 2014 को घर से लापता हो गई थी। जिसमें फतिहापुर निवासी सतेंद्र उर्फ सतीश के साथ ही खुर्द मदारपुर निवासी बबलू और मुलायम के खिलाफ उसके अपहरण की एफआइआर दर्ज हुई थी। इसमें सतेंद्र जेल भी गया था, लेकिन किशोरी की बरामदगी नहीं हो सकी थी। बरामदगी की जिम्मेदारी एसटीएफ को सौंपी गई। माधौगंज पुलिस के सहयोग से एसटीएफ ने सीतापुर जिले के पिसावां थाना क्षेत्र के बाजनगर निवासी नरेंद्र सिंह के घर से किशोरी को बरामद किया। जोकि नरेंद्र सिंह के पुत्र प्रदीप सिंह की बहू के रूप में रह रही थी। मंगलवार को पुलिस ने उसका चिकित्सीय परीक्षण कराया। थानाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि बरामद पीड़िता अब बालिग है। मेडिकल के बाद उसके बयान कराए जाएंगे। फिर वह स्वेच्छा से जहां जाना चाहेगी वहीं भेजा जाएगा। 16 थानाध्यक्ष कर चुके जांच, कई पर हुई कार्रवाई
किशोरी की बरामदगी का मामला पुलिस के लिए सिरदर्द बना रहा। 25 मई 2014 के बाद से उसकी बरामदगी के लिए स्थानीय स्तर से लेकर शासन तक से दबाव पड़ता रहा। इस मामले की 16 थानाध्यक्ष जांच कर चुके हैं। जिसमें बरामदगी न कर पाने पर कई के खिलाफ कार्रवाई भी हुई। अब 17वें थानाध्यक्ष इसकी जांच कर रहे हैं। तो फिर निर्दोष ने काटी सजा
अपहरण के मामले में पुलिस ने आरोपित सतेंद्र को जेल भेज दिया था। पुलिस के अनुसार तीनों की नामजदगी गलत पाई गई। यानी कि सतेंद्र बिना किसी कसूर के जेल गया था। अब उसके गुजरे समय और काटी गई सजा का जवाब कौन देगा।