किसानों की समस्याओं को लेकर प्रदर्शन
- कलेक्ट्रेट परिसर में किसान यूनियन के विभिन्न गुटों ने किया विरोध प्रदर्शन
हरदोई : भारतीय किसान यूनियन के विभिन्न गुटों के बैनर तले किसानों ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट परिसर में विरोध प्रदर्शन किया और जिला प्रशासन को मांगों के निदान के संबंध में ज्ञापन सौंपा।
भाकियू (राष्ट्रीयतावादी) के जिलाध्यक्ष रामलखन पाठक ने दिए गए ज्ञापन में बताया कि किसानों की ज्वलंत समस्याओं का निदान किया जाए। कृषि का उद्योग का दर्जा दिया जाए, किसानों की धान की खरीद नहीं हो पा रही है, उसकी खरीद कराई जाए, केंद्रीय व राज्य किसान आयोग का गठन किया जाए, नहरों की सफाई कर पानी को टेल तक पहुंचाया जाए आदि मांगों को पूरा किया जाए। सुनील अवस्थी, राम लखन मौर्य, अचल प्रकाश शुक्ला आदि मौजूद रहे। भारतीय किसान मजदूर यूनियन के जिलाध्यक्ष राजकरन सिंह ने कहा कि यूरिया की कालाबाजारी पर रोक लगाई जाए मांगों को लेकर ज्ञापन दिया। भारतीय किसान यूनियन भानू गुट के जिलाध्यक्ष समर सिंह ने दिए गए ज्ञापन में बताया कि तहसील सवाजपुर से जुड़ी किसानों की समस्याओं का निदान किया जाए। वहीं भारतीय किसान मजदूर यूनियन के जिलाध्यक्ष राम नरेश सविता ने दिए गए ज्ञापन में बताया कि तीनों कृषि बिलों को आपातकालीन सत्र बुलाकर निरस्त किया जाए। किसान सम्मान निधि की प्रथम किस्त अभी तक कुछ किसानों को नहीं मिली है। उसको किसानों के खातों में भेजा जाए। इस मौके पर कई किसान और यूनियन के पदाधिकारी मौजूद रहे।
मृत किसानों के परिवारजन को दस लाख का मुआवजा मिले:शाहाबाद : सपा नेता मुजीब खान के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को 7 सूत्री मांगों को लेकर राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन उप जिला अधिकारी को दिया। इसमें विरोध प्रदर्शन के दौरान मृत किसानों के परिजनों को दस लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की गई।
उन्होंने कहा कि कड़ाके की ठंड में कृषि बिल के विरोध में धरने पर बैठ कई किसानों की मौत भी हो चुकी है। मृतक के परिजनों को सरकार प्रति व्यक्ति 10 लाख का मुआवजा दिया जाए। किसानों के साथ हो रहे जुल्म को खत्म किया जाए। थानों के अंदर गरीब लोगों की बात सुनी जाए और उनको न्याय प्रदान किया जाए। किसानों के गन्ने का बकाया भुगतान किया जाए। खाद की कालाबाजारी रोकी जाए। नगर के मुहल्ला महुआटोला स्थित सरदार गंज चौकी से ताजपुरा स्कूल तक जर्जर पड़ी सड़क तत्काल बनवाई जाए। उन्होंने कहा कि यदि सभी मांगे शीघ्र ही पूरी न की गई, धरना प्रदर्शन किया जाएगा। शाहिद, नूर अहमद, आजम खान, अशरफ खान, नदीम खां, संतोष यादव, ओमप्रकाश लोधी, जीशान खान, परवेज अहमद आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।