मोबाइल केंद्रों के माध्यम से घर-घर खरीदा जाएगा सरकारी गेहूं
सरकारी खरीद केंद्रों से किसानों का मोहभंग। अब सरकार ने शुरू किया किसानों के घर पर गेहूं खरीदने का अभियान।
हरदोई : सरकारी खरीद केंद्रों से किसानों का मोहभंग हो रहा है। किसान केंद्रों तक नहीं पहुंच रहे हैं, इसके चलते गेहूं खरीद लक्ष्य के अनुरूप नहीं हो रही है। किसानों की सुविधा को देखते हुए सरकार ने मोबाइल केंद्रों के माध्यम से घर-घर गेहूं की खरीद कराने का निर्णय लिया है। प्रभारी किसानों के घर पहुंचकर उन्हें केंद्र पर गेहूं बेचने के लिए प्रेरित करेंगे। डिप्टी आरएमओ के अनुसार मोबाइल केंद्रों के माध्यम से सरकारी खरीद कराने की तैयारी चल रही है।
लॉकडाउन के बाद अनलॉक-1 की शुरुआत हो गई है। दुकानों से लेकर स्थानीय स्तर पर यातायात बहाल हो गया है। इसके बावजूद किसान सरकारी खरीद केंद्रों और मंडियों तक नहीं पहुंच रहे हैं। जिले के 115 खरीद केंद्रों पर एक लाख 46 हजार 500 मीट्रिक टन निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष 75 हजार 349 मीट्रिक टन गेहूं खरीद हुई है। गेहूं खरीद की रफ्तार काफी धीमी है। इसके पीछे सरकारी भाव और बाजार भाव में अधिक अंतर न होना बताया जा रहा है। किसानों का कहना है कि केंद्र पर भुगतान में समय लगता है और आढ़तों पर गेहूं बिक्री करने के उपरांत नगद भुगतान मिल जाता है। डिप्टी आरएमओ अनुराग पांडेय ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में गेहूं का भाव कम है। इसे लेकर मोबाइल क्रय केंद्रों के माध्यम से सरकारी गेहूं की खरीद कराई जाएगी। जिन क्रय केंद्रों पर गेहूं की आवक नहीं हो रही है, उनकी सूची तैयार कराई जा रही है। जहां पर गेहूं की आवक अच्छी होगी, उन केंद्रों को वहां स्थानांतरित किया जाएगा। गेहूं खरीद को लेकर राजस्वकर्मियों का भी सहयोग लिया जाएगा।