कोरोना संक्रमण के भय से कम हो गई मरीजों की संख्या
वैश्विक महामारी के दौर में छह से सात सौ तक मरीज आ रहे हैं। वहीं पहले बारिश के मौसम में डायरिया बुखार त्वचा रोग आदि बढ़ने लगते थे।
हरदोई : बदलते मौसम के साथ ही संक्रामक बीमारियां पैर पसारने लगती हैं। जिस कारण सरकारी अस्पतालों से लेकर निजी अस्पताल में भी मरीजों की संख्या में इजाफा हो जाता था। बारिश के मौसम में डायरिया, बुखार, त्वचा रोग आदि बढ़ने लगते हैं। इस बार भी मौसम में बदलाव के बाद संक्रामक रोगों ने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। मगर कोरोना संक्रमण के कारण मरीज अस्पताल आने से कतरा रहे हैं। जिला और महिला के साथ ही निजी अस्पतालों में पूर्व की तुलना में मरीजों की संख्या आधी रह गई है।
बारिश के साथ ही संक्रामक बीमारियां डेंगू, मलेरिया, बुखार, डायरिया आदि फैलना शुरू हो गई हैं। जिस कारण मरीजों की संख्या तो बढ़ी है, लेकिन कोरोना के संक्रमण को देखते हुए मरीज अस्पताल नहीं जा रहे हैं। आसपास के चिकित्सक और मेडिकल स्टोर से दवा लेकर ही काम चला रहे हैं। जिस कारण अस्पतालों में मरीजों की संख्या में कमी आई है। डॉक्टर आरके मिश्रा ने बताया कि पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष मरीजों की संख्या काफी कम हैं। डायरिया और बुखार के मरीज तो अस्पताल आ रहे हैं। जिन्हें परामर्श और दवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। संक्रमण के भय से अस्पताल में मरीज कम आ रहे हैं। जिस कारण अस्पताल में मरीजों की संख्या आधी रह गई है।
अस्पताल में लगातार निकल रहे संक्रमित : अस्पताल के पीकू और वार्ड तीन व चार के साथ ही आइसोलेशन में भर्ती आधा दर्जन से अधिक मरीज कोरोना संक्रमित निकल चुके हैं। वहीं अस्पताल का एक वार्ड ब्वॉय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी पॉजिटिव निकला है। इस कारण लोग अस्पताल आने से घबरा रहे हैं।
यह हैं एक सप्ताह के आंकड़े
दिनांक 2019 2020
29 जून 1739 748
30 जून 1628 660
1 जुलाई 1656 632
2 जुलाई 1575 779
3 जुलाई 1480 638
4 जुलाई 1260 730 बोले जिम्मेदार : वैश्विक महामारी से बचने के लिए बीमार लोग घरों से कम निकल रहे हैं। चिकित्सक से फोन पर सलाह लेकर दवाएं ले रहे हैं। जिस कारण अस्पतालों में मरीजों की संख्या काफी कम हो गई है।
डॉ. एसके रावत, सीएमओ