पालतू पशुओं को बेसहारा छोड़ने पर दर्ज कराई जाएगी एफआइआर
-बीडीओ व पशु चिकित्साधिकारियों को प्रधान व पंचायत सचिवों के माध्यम से पालन कराने की जिम्मेदारी -पशुपालन विभाग की टीम ने संडीला क्षेत्र में चलाया अभियान
हरदोई : पालतू पशुओं को बेसहारा छोड़ने वालों पर अब पशु क्रूरता अधिनियम सहित अन्य धाराओं में एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. जेएन पांडेय ने बताया कि सभी बीडीओ व पशु चिकित्साधिकारियों को प्रधान व पंचायत सचिव के माध्यम से पालन कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। निराश्रित गोवंशों को संरक्षित किए जाने के लिए पशुपालन विभाग की टीम का अभियान जारी है। सोमवार को टीम ने संडीला क्षेत्र में निराश्रित गोवंशों को पकड़कर पशु आश्रयस्थलों में भिजवाया गया।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने बताया कि निराश्रित गोवंशों को संरक्षित किए जाने का अभियान चल रहा है, लेकिन देखने में आ रहा है कि पशुपालक अपने पशुओं को बेसहारा छोड़ दे रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की ओर से फसलों को बचाने के लिए पशुओं को सरकारी संस्थाओं में बंद किए जाने से शासन व प्रशासन की छवि धूमिल हो रही है और शासकीय कार्य प्रभावित होता है।
बताया कि बीडीओ और पशु चिकित्साधिकारियों से कहा गया है कि प्रधान व पंचायत सचिव से संपर्क पशुओं को बेसहारा न छोड़ने व कार्रवाई के संबंध में गांवों में मुनादी कराएंगे। बावजूद इसके पालतू पशुओं को बेसहारा छोड़ दिया जाता है तो संबंधित के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराई जाए। बताया कि निराश्रित गोवंश को संरक्षित किए जाने के अभियान में सोमवार को संडीला क्षेत्र में वाहनों के माध्यम से निराश्रित गोवंश को पकड़वाकर पशु आश्रयस्थलों में संरक्षित कराया गया है। जिले में 22,262 निराश्रित गोवंश सरंक्षित हैं।
बेसहारा पशुओं को पंचायत भवन में किया बंद
मल्लावां : ग्रामीणों ने पशुओं को घेर कर पंचायत भवन कुतवापुर में बंद कर दिया। जानकारी होने पर पुलिस व प्रधान ने पशुओं को गोशाला भिजवाया।
क्षेत्र में किसान बेसहरा पशुओं से परेशान हैं। अपनी फसल को बचाने के लिए सर्द रातें खेत पर गुजर रहे है। इसी से परेशान होकर ग्राम कुतवापुर, आंटियां, मर्दार नगर, राघोपुर, शाहपुर पवार, हीरा पुरवा, पाठकपुरवा, मगराहा सहित दर्जनों गांवों के किसानों ने खेतों में घूम रहे करीब 70 बेसहारा पशुओं को घेर कर पंचायत भवन कुतवापुर में बंद कर दिया। जिसकी सूचना ग्रामीणों ने पुलिस, प्रधानाध्यापक व प्रधान को दी। जिस पर प्रधान जगदीश यादव व पुलिस ने मिलकर ग्रामीणों को समझाया और फिर पशुओं को धीरे-धीरे करके प्यारेपुर गोशाला भेजवाना शुरू किया। तब किसान वह से हटे। किसान रामलखन, प्रेम यादव, नीरज, रोहित, सत्यपाल,शेर सिंह, रूपलाल, रामप्रसाद ,जगदीश,सोने,राजाराम ने बताया कि बेसहारा पशुओं का झुंड का झुंड खेतों में पहुंच जाता है और पूरी फसल चट कर जाता है। हम लोग इधर से भागते है, तो दूसरे के खेतों में चले जाते हैं। इसी के चलते खेतों की तार बंदी भी की है और फसल बचाने के लिए पूरी पूरी रात खेतों पर पहरा देना पड़ रहा है।