लेखपाल का रिश्वत लेते वीडियो वायरल, निलंबित
यह वीडियो एक व्यक्ति ने स्वयं बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया
शाहाबाद (हरदोई) : तहसील के एक लेखपाल का रिश्वत लेते वीडियो वायरल होने के उपरांत एसडीएम ने उसे निलंबित कर दिया।
बुधवार को सोशल मीडिया पर रिश्वत लेते हुए एक वीडियो वायरल हुआ है। इसमें तहसील शाहाबाद के लेखपाल विजय प्रकाश एक व्यक्ति से रिश्वत ले रहे हैं। यह वीडियो एक व्यक्ति ने स्वयं बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। युवक किसी काम के लिए काफी दिनों से तहसील के चक्कर लगा रहा रहा था। जिसमें लेखपाल द्वारा उससे रिश्वत की मांग की गई। जिसका उसने स्वयं वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद आनन-फानन में वीडियो की जांच की गई तो उसमें जो तस्वीर दिखाई दे रही है। वह लेखपाल विजय प्रकाश की बताई जा रही है। इस संबंध में एसडीएम अतुल प्रकाश श्रीवास्तव ने बताया लेखपाल विजय प्रकाश मौर्या को निलंबित कर मामले की जांच तहसीलदार अवधेश कुमार को सौंपी गई है। वैसे तहसील शाहाबाद में रिश्वत लेने का वीडियो वायरल होने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी एक लेखपाल द्वारा रिश्वत लिए जाने का वीडियो वायरल हो चुका है। इसके बाद लेखपाल को निलंबित कर दिया गया था, परंतु कुछ समय के पश्चात उसे फिर से बहाल कर दिया गया।
चकबंदी में मनमानी के आरोप पर लेखपाल सस्पेंड: हरदोई : चकबंदी विभाग के फील्ड कर्मचारियों-अधिकारियों की मनमानी से किसान परेशान हैं। मामले की जानकारी पर जिलाधिकारी अविनाश कुमार के निर्देश पर आरोपित लेखपाल को निलंबित कर दिया गया।
डीएम ने बताया कि लेखपाल के विरुद्ध शिकायतें प्राप्त हो रहीं थी। प्रकरणों पर बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी बीएन उपाध्याय से रिपोर्ट ली गई। एसओसी ने बताया कि निलंबित किए गए लेखपाल अनूप कुमार तिवारी सहायक चकबंदी अधिकारी मल्लावां के क्षेत्र राघवपुर में तैनात थे। बताया कि आरोपित लेखपाल उच्चाधिकारियों के आदेशों की अनदेखी कर मनमाने ढंग से कार्य करता था। प्रारंभिक जांच में विभागीय लक्ष्य के अनुसार कार्य पूरा न कराते हुए अधिकारियों और किसानों से अभद्रता के आरोप की पुष्टि हुई है।
बताया कि लेखपाल ने चकबंदी प्रक्रिया का समय से पूरा कराने के लिए चक काटने और किसानों को उनकी जानकारी देकर प्रक्रिया पूरी कराने में भी मनमानी की है। एसओसी ने बताया कि बुधवार को निलंबन आदेश जारी कर दिया गया है और अतिरिक्त मजिस्ट्रेट सौरभ दुबे को जांच अधिकारी नामित किया गया है।