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वारदाना तो बहाना है, किसानों को टरकाना है

- सरकारी गेहूं खरीद केंद्रों पर मनमानी से किसान परेशान

By JagranEdited By: Published: Thu, 06 May 2021 10:35 PM (IST)Updated: Thu, 06 May 2021 10:35 PM (IST)
वारदाना तो बहाना है, किसानों को टरकाना है
वारदाना तो बहाना है, किसानों को टरकाना है

हरदोई : सरकारी गेहूं खरीद केंद्रों पर प्रभारियों की मनमानी हावी है। कहीं वारदाना समाप्त होने तो कहीं गेहूं गंदा होने का बहाना बनाया जा रहा है। किसानों को गेहूं की तौल कराने में पसीने छूट रहे हैं।

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जिले में 122 गेहूं खरीद केंद्र खोले गए हैं। इन केंद्रों पर करीब पांच लाख क्विंटल गेहूं खरीद हो चुकी है। अधिकतर खरीद केंद्रों पर किसानों को वारदाना समाप्त होने और गेहूं गंदा होने का बहाना बनाकर टरकाया जा रहा है। अधिकतर केंद्रों पर बिचौलियों के माध्यम से गेहूं क्रय किया जा रहा है। नवीन गल्ला मंडी की बात करें तो मंडी समिति के केंद्र प्रभारी ने गुरुवार को वारदाना समाप्त होने की बात कहकर किसानों को लौटा दिया। इसके चलते केंद्र पर सन्नाटा छाया रहा। एसएफसी के केंद्र पर भी किसानों से बोरा समाप्त होने की बात कहीं गई। पीसीयू, पीसीएफ व विपणन शाखा के केंद्रों पर गेहूं की तौल होती दिखाई दी। डिप्टी आरएमओ अनुराग पांडेय ने बताया कि जिले में वारदाना की कोई कमी नहीं है। जहां वारदाना समाप्त हो गया है, वहां वारदाना भिजवाया जा रहा है। किसानों का गेहूं क्रय करने में मनमानी करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। नहीं हो रहा उठान, केंद्रों पर लगे गेहूं से भरे बोरे : जिला प्रशासन की ओर से गेहूं खरीद के उपरांत उठान सुनिश्चित कराने को निर्देशित किया गया है, लेकिन प्रभारी गेहूं उठान को लेकर ध्यान नहीं दे रहे हैं। नवीन गल्ला मंडी के विपणन शाखा, पीसीयू, पीसीएफ आदि केंद्रों पर बोरों का ढेर लगा है। चबूतरों के बाद खुले में भी बोरों का ढेर लगने लगा है।


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