हवा है जहरीली, सावधानीपूर्वक करें मॉर्निंग वॉक
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हरदोई : हेल्थ इमरजेंसी जैसे हालात जिले में भी बनते जा रहे हैं। वातावरण में बढ़ रहा प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए घातक साबित हो रहा है। सुबह की हवा जहरीली हो चुकी है, ऐसे में मॉर्निंग वॉक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी कम और नुकसानदेय अधिक साबित हो सकती है। फिलहाल जब तक ऐसी स्थिति रहती है, तब तक सावधानीपूर्वक मॉर्निंग वॉक करें।
जिले में भी धूल और धुएं के कारण सुबह से ही वातावरण धुंधला-धुंधला रहता है और आसमान में बादल जैसे छाये रहते हैं। जिससे दोपहर तक ठीक से धूप नहीं खिल पाती। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कार्यालय के वैज्ञानिकों का कहना है कि वातावरण में एसपीएम (सस्पेंडेड पार्टिकुलेट मैटर) हवा में कार्बनिक, अकार्बनिक पदार्थों के होते हैं। करीब 100 माइक्रॉन तक मानक में होते हैं। जबकि जिले में वर्तमान में 300-400 तक हैं। हवा में सस्पेंडेड पार्टिकुलेट मैटर ठोस और तरल कणों के योग हैं। जो धूल, पराग, कालिख, धुआं और तरल बूंद के रूप में मिश्रित हैं। ये स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। सांस के जरिए सीधे फेफड़ों पर अटैक कर रहे हैं। इससे सांस, जुकाम, नजला, आंख और त्वचा की बीमारियां पनपती हैं। ऐसे में सुबह का वातावरण कुछ अधिक ही घातक होता है।
वातावरण में धुंध से ²श्यता भी कम हो जाती है। जिससे वाहन चालकों को समस्या हो रही है। वैज्ञानिकों का कहना है कि 0.1 माइक्रॉन से अधिक और 100 माइक्रॉन से कम वाले कण आसमान की ओर उड़ जाते हैं। जबकि 100 माइक्रॉन से अधिक के कण वातावरण में मध्य में ही रह जाते हैं जो धुंध का कारण बन रहे हैं। वर्तमान हालातों को देखते हुए डॉ. अमरजीत सिंह आमजन को सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। उनका कहना है कि सावधानीपूर्वक मॉर्निंग वॉक करें। सुबह टहलने वाले मॉस्क का प्रयोग करें तो इसका स्वास्थ्य पर असर नहीं पड़ेगा।