मास्क और सैनिटाइजर खरीद कर लाते हैं स्वास्थ्य कर्मी
-जिला अस्पताल में लगातार बढ़ रही बुखार और सांस रोगियों की संख्या संक्रमण से बचाव के साधन तक नहीं
हरदोई : कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। जिला अस्पताल में संदिग्ध मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। अस्पताल में आने वाला हर दूसरा मरीज संक्रमित निकल रहा है। मरीजों के इलाज के लिए स्वास्थ्य कर्मी लगे हुए है, लेकिन उन्हें संक्रमण से बचने के लिए कोई सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं और उनके अपने बचाव के लिए बाजार से खरीदनी पड़ रही है।
अस्पताल के इमजरेंसी कक्ष में चिकित्सक मरीजों को देखने के लिए उपचार शुरू करते हैं। मरीजों के इंजेक्शन और दवाओं से लेकर ऑक्सीजन लगाने का काम स्वास्थ कर्मी करते हैं। इमरजेंसी कक्ष और वार्ड में सफाई कर्मी भी लगे हुए हैं। संक्रमण के बीच ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों को न तो मास्क मिल रहे हैं और न ही सैनिटाइजर ही उपलब्ध कराया जा रहा है। कर्मी अपने बचाव के लिए बाजार से मास्क और सैनिटाइजर खरीद रहे हैं। वहीं ग्लब्स भी पूरे दिन में एक बार ही मिलते हैं, जिन्हें पूरे दिन पहनकर मरीजों का उपचार करते रहते हैं। इमरजेंसी वार्ड में नहीं पल्स ऑक्सीमीटर : अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पल्स ऑक्सीमीटर तक नहीं है। गंभीर मरीजों के तीमारदार स्वयं का ऑक्सीमीटर लेकर आते हैं और ऑक्सीजन लेवल चेक करते रहते हैं। नहीं हैं ऑक्सीजन मास्क : मरीजों को लगाए जाने वाले ऑक्सीजन मास्क तक उपलब्ध नहीं है। गरीब मरीजों को तो पुराने मास्क ही दे दिए जाते हैं, लेकिन ज्यादातर मरीजों से बाहर से मंगवाया जाता है।
दिन में एक बार कराया जाता सैनिटाइजेशन : संक्रमण से सामान्य मरीजों और कर्मियों को बचाने के लिए इमरजेंसी कक्ष और वार्ड में तीन बार सैनिटाइजेशन किया जाना चाहिए, लेकिन पूरे दिन में एक बार ही सैनिटाइजेशन कराया जाता है।
बोले जिम्मेदार : मास्क चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं। समय-समय पर सैनिटाइजर भी दिया जाता है।
डॉ. एके शाक्य, सीएमएस