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बदनसीबी हुई दूर, झोपड़ी में आई खुशहाली

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By JagranEdited By: Published: Thu, 19 Sep 2019 10:42 PM (IST)Updated: Thu, 19 Sep 2019 10:42 PM (IST)
बदनसीबी हुई दूर, झोपड़ी में आई खुशहाली
बदनसीबी हुई दूर, झोपड़ी में आई खुशहाली

हरदोई: जिसके पास खाने को दाना नहीं था। सिर छिपाने की जगह नहीं थे। बच्चे भूख से तड़प रहे थे। चूल्हा ठंडा था, आज उसके पास सब कुछ हो गया है। दैनिक जागरण की एक कोशिश ने सुरसा क्षेत्र के लालपालपुर निवासी पुतानलाल और उसके बच्चों की जिदगी ही बदल दी। अब मकान भी होगा, चार लाख रुपये तो मिल ही जाएंगे। सब्जी की दुकान खुलवाई जाएगी। भाजपा जिलाध्यक्ष ने उसकी पूरी जिम्मेदारी ली है। गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव पहुंचकर न केवल पुतानलाल बल्कि अन्य परिवारों की भी स्वास्थ्य जांच की।

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लालपालपुर निवासी पुतानलाल पिछले कई वर्षों से बदनसीबी की जिदगी जी रहा था। घर में खाने को कुछ नहीं था। बच्चे दाताराम, छोटू व कल्लू भूख से तड़प रहे थे। यहां तक कि छोटे बच्चे की मौत के बाद उसके पास कफन तक को रुपये नहीं थे। दैनिक जागरण ने उसकी बदनसीबी को उठाया तो उसकी दुनिया ही बदल गई। नेकी की दीवार उसके लिए विधाता बनकर आई। बेटियां फाउंडेशन ने भी कदम बढ़ाए। जय भोले सेवा समिति भी आगे आई। जिलाधिकारी पुलकित खरे ने प्रशासन को भेजा। तो भाजपा जिलाध्यक्ष सौरभ कुमार मिश्र नीरज ने उसका पूरा इंतजाम कराया। उनके प्रयास से अब उसे 15 दिन में चार लाख रुपये मिल जाएंगे। आवास की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जिलाध्यक्ष ने बताया कि भाजपा की तरफ से पुतानलाल को सब्जी की दुकान खुलवाई जाएगी। 10 हजार रुपये दिए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जो भी सरकारी योजनाएं हैं सभी का लाभ दिया जाएगा। उन्होंने दैनिक जागरण के अभियान की सराहना करते हुए कहा कि अभियान ने सभी को जगाया। वह पूरी जिम्मेदारी ले रहे हैं। पुतानलाल और उसके परिवार ने दैनिक जागरण का आभार जताया। पूरे गांव क्या क्षेत्र और जिला में दैनिक जागरण की सराहना हो रही है।

सोते रहे समाजसेवी ठेकेदार वाह रे समाजसेवी। लंबे लंबे सफेद कुर्ता। सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में सबसे आगे। अधिकारियों की बैठक में लगता कि जिले में इनसे बड़े कोई समाजसेवी नहीं हैं, लेकिन गरीब परिवार की मदद को कोई आगे नहीं आया। यहां तक कि जो खुद को गरीबों का मसीहा बताते हैं वह भी सोते रहे। हालांकि अब उनकी जरूरत भी नहीं है और पुतानलाल के परिवार को सब कुछ मिल गया, लेकिन उनकी समाजसेवी की हकीकत सामने आ गई है।


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