अस्पताल के वार्डो में जाला, पंखों व सीढि़यों पर धूल
अस्पताल के निरीक्षण के दौरान हालात देखकर राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य हुए नाराज सफाई कर्मियों को कम मानदेय दिए जाने पर जताई नाराजगी -जिला अस्पताल में गंदगी देखकर सफाई ठेकेदार को लगाई फटकार
हरदोई : राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य मनोज बाल्मीकि ने गुरुवार को जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। अस्पताल में गंदगी और मरीजों से बाहर की दवाएं मंगाए जाने पर फटकार लगाई। वहीं सफाई कर्मियों को कम मानदेय दिए जाने पर नाराजगी भी जाहिर की।
निरीक्षण के दौरान इमरजेंसी कक्ष में पंखों पर धूल थी। सर्जिकल वार्ड जाने के लिए सीढि़यां भी गंदी थी, जगह-जगह धूल जमा थी। वहीं वार्ड में लगा जाला और पंखों पर लगी धूल देखकर मनोज बाल्मीकि ने नाराजगी जाहिर की। इसके बाद जनरल वार्ड के मरीजों से स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ली, जहां पर मरीज से दवाओं के बारे में भी पूछा। एक मरीज ने बताया कि बाहर से 80 रुपये की दवा मंगाई गई थी, इस पर उन्होंने गहरी नाराजगी जताई। इसके बाद राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य ने सफाई कर्मियों के ठेकेदार से कर्मियों को दिए जाने वाले मानदेय के बारे में पूछा। ठेकेदार गोविद दीक्षित ने बताया कि सफाई कर्मियों को 68 सौ रुपये प्रतिमाह मानदेय दिया जाता है, जिस पर उन्होंने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि इतना कम मानदेय कर्मियों को दिया जा रहा है यह कानून का उलंघन है। शासन से इसकी शिकायत की जाएगी। सदस्य ने सफाई कर्मियों का मांगा बीमा : सदस्य ने सफाई कर्मियों के ठेकेदार से कर्मियों का बीमा मांगा, लेकिन ठेकेदार बीमा नहीं दिखा सके। इस पर सदस्य ने नाराजगी जाहिर की। निरीक्षण में खुली पोल : कहने को अस्पताल में 42 सफाई कर्मी काम कर रहे हैं और प्रत्येक कर्मी को 68 सौ रुपये दिए जा रहे हैं, लेकिन सफाई कराने वाली संस्था को प्रतिमाह पांच लाख रुपये दिए जा रहे हैं, जो दो लाख 85 हजार छह सौ रुपये होते हैं और दो लाख 14 हजार रुपये का खेल हो रहा है। अब देखना यह है कि राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य इस मामले में क्या कार्रवाई करते हैं।