गंगा का 10, रामगंगा का 30 सेमी जलस्तर बढ़ा, गर्रा घटी
एसडीएम ने अधिकारियों के साथ बाढ़ प्रभावित गांवों का लिया जायजा
हरदोई : गंगा एवं रामगंगा में छोड़े गए 4.12 लाख क्यूसेक पानी से शुक्रवार को दोनों नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। 10 सेंटीमीटर वृद्धि के साथ गंगा का जलस्तर 136.55 मीटर एवं रामगंगा का जलस्तर 30 सेंटीमीटर की वृद्धि के साथ 134.35 मीटर पर प्रवाहित हो रहा है। गर्रा के जलस्तर में 10 सेंटीमीटर की कमी दर्ज की गई और जलस्तर 145.45 मीटर पर आ गया है। वहीं बिलग्राम एवं सवायजपुर के आठ गांवों को अतिसंवेदनशील श्रेणी में रखा गया है।
गंगा के जलस्तर में वृद्धि में होने से चेतावनी बिदु से पांच सेंटीमीटर नीचे प्रवाहित हो रहीं हैं। गंगा के जलस्तर में फैलाव न होने से प्रवाह तेज है और कटान जारी है। जबकि रामगंगा और गर्रा चेतावनी बिदु से काफी नीचे प्रवाहित हो रहीं हैं। बाढ़ के लिहाज से अतिसंवेदनशील श्रेणी में रखे गांवों में से तेरवाकुल्ली और कटरी परसोला का बिलग्राम एसडीएम कपिल देव एवं नायब तहसीलदार नितिन सिंह राजपूत ने राजस्व टीम के साथ जायजा लिया। ग्रामीणों से उनकी समस्याएं जानी, त्वरित निराकरण और मदद का आश्वासन दिया। बाढ़ प्रभावित चौकियों पर तैनात राजस्व टीम को निर्देशित किया कि छोटी से छोटी घटना की जानकारी तत्काल दी जाए।
एसडीएम ने बताया कि अतिसंवेदनशील ग्राम में कटरी बिछुईया, कटरी छिबरामऊ, कटरी परसौला, मक्कू पुरवा, रायसिंहपुर एवं तेरवा कुल्ली शामिल हैं। गांवों के प्रधानों और उचितदर विक्रेताओं से कहा गया है कि जलस्तर बढ़ने की तुरंत जानकारी दी जाए। ताकि समय से मदद और जरूरी सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा सके। बताया कि नदियों के जलस्तर को देखते हुए अभी किसी भी गांव में लोगों को विस्थापित करने जैसी स्थिति नहीं है।
वहीं सवायजपुर एसडीएम मनोज कुमार सागर ने गर्रा किनारे के मानीमऊ एवं बम्हरौली का टीम के साथ निरीक्षण किया। दोनों गांवों में कटान नहीं हो रहा है। वहीं मानीमऊ में बालू भरी बोरियों को लगवाए जाने की आवश्यकता है। बम्हरौली में कटान से सड़क कटने एवं पुलिया नीची होने से जलमग्न होने की आशंका है।