समूह ने बदल दी जिदगी, आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ीं महिलाएं
पूनम देवी पाल ने आगे बढ़ने का सपना देखा था जो साकार होने लगा
कछौना(हरदोई) : .मंजिल उन्ही को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है। यह पंक्तियां क्षेत्र के ग्राम लोन्हारा की गृहणी पूनम देवी पाल पर बिल्कुल सटीक बैठती हैं।
पूनम देवी पाल ने आगे बढ़ने का सपना देखा था, जो साकार होने लगा है। वर्ष 2017 में राष्ट्रीय आजीविका विकास मिशन के अंतर्गत ब्लाक से प्रशिक्षण लेकर गांव की एक दर्जन महिलाओं को साथ लेकर जय बाला जी महाराज स्वयं सहायता समूह का गठन किया। पूनम बताती हैं कि उन्होंने घर का चूल्हा चौका करने के बाद सिलाई कढ़ाई सीखी और ब्यूटी पार्लर चलाया। पति के कार्यों में हाथ बंटाने लगीं। पति भी सिलाई का काम करते हैं। सिलाई मशीन खरीदने के लिए बैंक से एक लाख दस हजार का लोन लेकर 19 सिलाई मशीनें खरीदी और गांव की जागरूक महिलाओं का कारवां बढ़ने लगा। परिषदीय विद्यालयों के विद्यार्थियों की यूनीफार्म की सिलाई का काम शुरू किया। उससे अच्छी खासी इनकम हुई। बताया कि उन्होंने एक सैकड़ा महिलाओं को सिलाई सिखाकर आत्मनिर्भर बनाया है। सभी को समूह का प्रमाण-पत्र भी दिया है। सिलाई में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए खंड विकास अधिकारी कछौना द्वारा प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया है। उन्होंने बताया कि हाईस्कूल तक की शिक्षा प्राप्त की है। स्कूलों में यूनीफार्म का कार्य बंद होने से काम प्रभावित हुआ है। कोरोना काल में मास्क बनाकर व आसपास के गांवो से महिलाओं के कपड़े सिलने का काम आता है। गांव की लड़कियों की शादी में बाहर न जाकर गांव में कन्याओं को तैयार किया जाता है, जिससे लोगों के समय व धन की बचत होती है। अब इस आत्मनिर्भर गांव की बहू पर पूरे गांव को नाज है। आसपास के गांवों की शिक्षित महिलाएं हुनरमंद पूनम से प्रेरणा लेने आती हैं। पूनम भी अपनी सफलता का राज बताते हुए कहती हैं कि स्वरोजगार की शुरुआत कठिन है, लेकिन हुनरमंद बनकर महिलाएं आगे बढ़ें तो कुछ भी मुश्किल नहीं है।