विद्यालयों के खाते में पड़े मिले पांच करोड़ 89 लाख
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हरदोई: विद्यालयों के खातों का हिसाब लिया गया तो करोड़ों की धनराशि पड़ी मिली। ग्राम शिक्षा समिति और फिर बदले नाम विद्यालय प्रबंध समितियों का खातों की जांच में जिले की 4033 समितियों में पांच करोड़ 89 लाख 57 हजार 18 रुपये निकले हैं। विकास खंडों पर विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को बैंक पासबुक से साथ बुलाकर सत्यापन भी किया जा रहा है। खातों में मिली कुल धनराशि राज्य परियोजना निदेशालय भेज दी जाएगी।
जिले में 3857 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। विद्यालयों में परू्व में ग्राम शिक्षा समिति का खाता होता था, जिसे प्रधान और प्रधानाध्यापक संचालित करते थे, बाद में इस खाते का नाम विद्यालय प्रबंध समिति हो गया। जिसे अब विद्यालय प्रबंध समिति का अध्यक्ष (अभिभावक) और प्रधानाध्यापक संचालित करता है। सर्व शिक्षा अभियान में हर लाखों की धनराशि भेजी जाती है। कई मदों की धनराशि का पूरा प्रयोग नहीं हो पाता और धीरे धीरे वह इस खाते में जमा होती रहती है। उपभोग न पहुंचने पर परियोजना ने हिसाब लेना शुरू किया तो यह धनराशि करोड़ों में निकली। राज्य परियोजना निदेशक के आदेश पर समितियों में पड़ी धनराशि का लेखा जोखा जुटा गया। सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी बीएन सिंह ने बताया कि 3867 ग्राम शिक्षा समितियों में 1727 के खातों में दो करोड़ 83 लाख 69 हजार 684 रुपये निकले हैं। जबकि 2306 विद्यालय प्रबंध समितियों का हिसाब आया है। जिसमें तीन करोड़ 58 लाख सात हजार 334 रुपये निकले हैं। कुछ ग्राम शिक्षा समितियों और विद्यालय प्रबंध समितियों का हिसाब अभी नहीं मिला है। उसी का बीआरसी पर सत्यापन कराया जा रहा है। अभी तक पांच करोड़ 89 लाख 57 हजार 18 रुपये मिले हैं। इस धनराशि को परियोजना कार्यालय भेज दिया जाएगा। धनराशि के दुरुपयोग पर होगी कार्रवाई
ग्राम शिक्षा समितियों और विद्यालय प्रबंध समितियों में धनराशि का सदुपयोग न करने वालों पर कार्रवाई भी होगी। सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी ने बताया कि जो धनराशि खर्च की गई, उसके उपभोग भी लिए जा रहे हैं। अगर किसी ने नियम के विरुद्ध खर्च की है, तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई भी होगी।