शारदा में बाढ़ से ढकिया का तटबंध कटा
पहाड़ों व मैदानी इलाकों में लगातार हो रही बारिश और बनबसा बैराज से छोड़े गए
लखीमपुर : पहाड़ों व मैदानी इलाकों में लगातार हो रही बारिश और बनबसा बैराज से छोड़े गए पानी से शारदा नदी में भयंकर बाढ़ आ गई है। नदी में बाढ़ आने से शारदा नदी के किनारे जंगल नंबर सात और ढकिया गांव के बीच बना तटबंध कट गया। तटबंध कटने से नदी का पानी जंगल नंबर सात व ढकिया की ओर तेजी से बहने लगा है। किसानों की सैकड़ों एकड़ धान की फसल जलमग्न हो गई है। किसानों ने मंगलवार की सुबह जब यह भयावह स्थिति देखी तो आनन-फानन में अपनी जान जोखिम में डालकर फसल को किसी तरह पानी से निकालते नजर आए। तटबंध के कटने की सूचना पर सिचाई विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। तहसीलदार पलिया आशीष कुमार सिंह व भीरा थानाध्यक्ष अजय कुमार राय भी मौके पर पहुंच गए। सिचाई विभाग ने तटबंध के पास बसे गांव ढकिया व जंगल नंबर सात को अलर्ट जारी करते हुए कहा कि लोग कटे हुए तटबंध की ओर न जाएं। तहसीलदार आशीष कुमार सिंह ने बताया कि 2013 में 5 लाख 44 हजार क्यूसेक पानी नदी में छोड़ा गया था जो कई सालों बाद इतना रिकार्ड पानी शारदा में आया है जो लगभग पौने छह लाख क्यूसिक के करीब पानी पहुंच रहा है। डीएम-एसपी ने किया संभावित बाढ़ क्षेत्रों का मुआयना, परखी तैयारियां मंगलवार को डीएम डा. अरविद कुमार चौरसिया ने एसपी विजय ढुल के साथ शारदा नगर स्थित सिचाई एवं जल संसाधन विभाग के बाढ़ नियंत्रण आटोमेशन प्लांट पहुंचे। जहां उन्होंने मौके पर मौजूद अधिशासी अभियंता, सिचाई खंड शारदा नगर जेपी सिंह ने नदियों के जल स्तर व बनबसा बैराज से छोड़े गए पानी की अद्यतन स्थिति जानी व जरूरी निर्देश दिए।
डीएम-एसपी ने नदियों के बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर पूरे दिन भ्रमणशील रहे। उन्होंने तहसील सदर, धौराहरा, निघासन व पलिया के संभावित प्रभावित क्षेत्रों का सघन भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के स्पष्ट निर्देश दिए। सभी एसडीएम अपने क्षेत्रों में भ्रमणशील रहकर संभावित बाढ़ से प्रभावित होने वाले इलाकों में सतत ²ष्टि रखें। निचले इलाकों से लोगों को ऊंचे स्थानों, निकटवर्ती स्कूलों व बाढ़ राहत चौकियों में सुरक्षित पहुंचाए। नदी व उसके 50 मीटर की परिधि में किसी को भी न जाने दे। उन्होंने बताया कि नेपाल राष्ट्र में भारी बारिश हुई है, अगले 24 घंटे भी भारी बारिश की संभावना है। इसलिए सभी अधिकारी कर्मचारी अपनी कमर कस लें। बाढ़ से बचाव एवं राहत कार्य के लिए बनाई गई बाढ़ चौकियां तत्काल क्रियाशील करवाना सुनिश्चित करें। चौकियों पर तैनात अधिकारी-कर्मचारियों को सतर्क कर दें। इसके अलावा ग्राम वासियों को सचेत कर दिया जाए कि वह डूब क्षेत्र में न जाएं।
डीएम ने बताया कि बनबसा बैराज से शनिवार की शाम पांच बजे तक पांच लाख 18 हजार 484 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। शारदा बैराज की डाउनस्ट्रीम से एक लाख 68 हजार 408 व घाघरा बैराज के डाउनस्ट्रीम से 02 लाख 69 हजार 492 पानी प्रवाहित हुआ।